ग्रामीण विकास मंत्रालय में भर्ती के नाम पर लोगों से ऐंठ रहे थे पैसे, पुलिस ने दो को धरा
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 11 मोबाइल फोन, 15 सिम कार्ड, 15 डेबिट कार्ड, 21 चेकबुक, वाई-फाई डोंगल और पीओएस मशीन बरामद किए.

दिल्ली पुलिस ने ग्रामीण विकास मंत्रालय के नाम पर संचालित एक फर्जी भर्ती घोटाले का पर्दाफाश किया है. इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और छह फर्जी वेबसाइट्स की पहचान की गई है.
ग्रामीण विकास मंत्रालय की शिकायत पर पुलिस का एक्शन
दिल्ली पुलिस के डीसीपी देवेश कुमार महला ने बताया, "22 मार्च को हमें ग्रामीण विकास मंत्रालय से शिकायत मिली थी कि कुछ लोग मंत्रालय के नाम पर फर्जी वेबसाइट चला रहे हैं और लोगों से पंजीकरण शुल्क लेकर फर्जी भर्ती कर रहे हैं." पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों, रशीद चौधरी और इकबाल हुसैन को गिरफ्तार किया. रशीद एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जबकि इकबाल असम का निवासी है.
पुलिस ने लोगों से की सतर्कता बरतने की अपील
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि घोटाले के पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी संगठित तरीके से लोगों को निशाना बनाते थे और ठगी के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते थे. दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने से पहले वेबसाइट की सत्यता की जांच करें.