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पेड़ों पर चमगादड़, बिल्ली का बसेरा... दिल्ली का 'शापित बंगला' जिसने खा ली 3 मंत्रियों की कुर्सी

Delhi Civil Lines Bungalow No- 4: बिहार की राजधानी 6 स्ट्रैंड रोड के बंगले की एक कहानी ये है कि इस बंगले में जो भी रहा, उसकी मंत्री की कुर्सी चली गई. यहां एक नहीं बल्कि कई मंत्री रह चुके हैं, जिन्हें इस बंगले में रहने के दौरान अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है. ऐसा कुछ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सामने आया है. आइए, जानते हैं पूरी कहानी.

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Delhi Civil Lines Damned Bungalow Number 4  Rajkumar Anand

Delhi Civil Lines Bungalow No- 4: दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के बाद एक बंगले की कहानी तेजी से वायरल हो रही है. बंगले की चर्चा भी ऐसी कि 21वीं सदी में इस तरह की बात गले से नीचे नहीं उतरती. लेकिन कहानी ही कुछ ऐसी है कि तथ्यों पर गौर किया जाए तो जो चर्चाएं चल रहीं हैं, वे सच लगने लगती हैं.

दरअसल, दिल्ली के लुटियंस के बाद सबसे पॉश इलाकों में शुमार सिविल लाइंस का बंगला नंबर 6 शापित बताया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि जो भी मंत्री बनकर इस बंगले में रहने आया, कुछ दिनों, कुछ महीनों बाद या कुछ साल के बाद उसे ये बंगला छोड़ना पड़ा है. इस लिस्ट में ताजा नाम राजकुमार आनंद का है. हाल ही में उन्होंने दिल्ली के मंत्री पद से इस्तीफा दिया. साथ ही आम आदमी पार्टी भी छोड़ दी. जब उन्होंने इस्तीफा दिया, वे इसी बंगले में रहते थे. 

राजकुमार आनंद से पहले भी इस बंगले में रहने वाले मंत्रियों को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है. इनमें पहला नाम संदीप कुमार का है. संदीप कुमार 2015 के विधानसभा चुनाव में सुल्तानपुर माजरा सीट से विधायक चुने गए थे. जब आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो उन्हें महिला एवं बाल कल्याण मंत्री बनाया गया. मंत्री बनने के बाद संदीप कुमार सिविल लाइन के बंगला नंबर 6 में रहने आए. इस बंगले में रहने के एक साल बाद ही उनका सेक्स स्कैंडल सामने आ गया. बाद में उन्होंने मंत्रीपद से बर्खास्त कर दिया गया था. बाद में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था.

लिस्ट में दूसरा नाम राजेंद्र पाल गौतम का है. 2020 में राजेंद्र पाल दूसरी बार विधायक चुने गए और मंत्री बने. मंत्री बनने के बाद राजेंद्र पाल भी इस बंगले में शिफ्ट हो गए, लेकिन दो साल बाद ही यानी 2022 में हिंदू देवी देवताओं को नहीं मानने वाले बयान को देने के बाद उन्हें मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा. 

राजेंद्र कुमार आनंद लिस्ट में तीसरे शख्स

इस लिस्ट में तीसरा नाम राजेंद्रकुमार आनंद का है. 2020 में पहली बार विधायक बनकर दिल्ली विधानसभा पहुंचे. करीब 2 साल बाद उन्हें मंत्री बनाया गया. इसके एक साल बाद ही नवंबर 2023 में उनके बंगले पर ED का छापा पड़ा. 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के करीब 20 दिनों बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. 

कहा जाता है कि ये बंगला देखने में भूतिया लगता है. इसमें फिलहाल कोई नहीं रहता है. दरवाजे के नीचे बिल्लियों ने घर बना लिया है, जबकि बंगले के अंदर पेड़ों पर शाम को चमगादड़ों का बसेरा हो जाता है.