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एकनाथ शिंदे 45 मिनट जलगांव एयरपोर्ट पर फंसे, जानिए क्या है पूरा मामला?

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम शिंदे के कार्यालय ने कहा कि इस देरी से उन्हें किडनी फेलियर से पीड़ित एक मरीज को एयरलिफ्ट करने में मदद मिली, जो अपने प्रत्यारोपण के लिए समय पर मुंबई पहुंच सकी.

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Edited By: Mayank Tiwari
Maharashtra deputy CM Eknath Shinde
Courtesy: X@mieknathshinde

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शुक्रवार (6 जून) की रात जलगांव से मुंबई जाने वाली चार्टर्ड उड़ान में देरी हुई. इसका कारण पायलट द्वारा निर्धारित उड़ान समय के उल्लंघन के चलते शुरूआती इनकार था. हालांकि, नई अनुमति मिलने और सत्तारूढ़ दल के नेताओं के समझाने के बाद उड़ान रात 9:45 बजे जलगांव हवाई अड्डे से रवाना हो सकी. शिंदे के कार्यालय ने बताया कि इस देरी ने एक किडनी रोगी को समय पर मुंबई पहुंचाकर उसका जीवन बचाने में मदद की.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार शाम मुक्ताईनगर में संत मुक्ताई की ‘पालखी यात्रा’ में शामिल होने के लिए जलगांव पहुंचे थे. जहां उनका कार्यक्रम देर हो गया, और जब वे मुंबई के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो पायलट ने तय उड़ान समय और पायलटों के ड्यूटी घंटों के नियमों का हवाला देते हुए उड़ान भरने में असमर्थता जताई.

पालखी यात्रा में भाग लेने के बाद हुई देरी

वहीं, जल आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री और शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने स्पष्ट किया कि पायलट ने उड़ान से इनकार नहीं किया था, बल्कि उनकी ड्यूटी के घंटों से संबंधित तकनीकी समस्या थी. पाटिल ने कहा, “पायलट ने अपनी नौ घंटे की ड्यूटी में से आठ घंटे 45 मिनट पूरे कर लिए थे और बिना अनुमति के उड़ान नहीं भर सकते थे. उन्होंने अपनी कंपनी से बात की, जिसने संबंधित प्राधिकरणों से अनुमति मांगी. अनुमति मिलने के बाद शिंदे साहब रात 9:45 बजे उड़ान भर सके.”

उड़ान देरी बनी किडनी रोगी के लिए वरदान

पाटिल ने बताया कि इस देरी ने एक किडनी रोगी को जीवनदान देने में मदद की. “एक मरीज को किडनी प्रत्यारोपण के लिए आधी रात तक मुंबई के अस्पताल में भर्ती होना था. मरीज अपनी उड़ान चूक गया था और देरी होने पर उसका किडनी दावा रद्द हो सकता था. शिंदे साहब की उड़ान में देरी इस मरीज के लिए ‘वेश में आशीर्वाद’ साबित हुई.”

शिंदे के कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि देरी ने किडनी रोगी शीतल बोराडे को मुंबई के अस्पताल में भर्ती होने में मदद की। “मरीज के रिश्तेदारों ने जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन के माध्यम से शिंदे से संपर्क किया.” बयान में कहा गया, “शिंदे ने अपने दो कार्यकर्ताओं को पीछे रहने के लिए कहा ताकि बोराडे और उनके पति को उड़ान में जगह मिल सके. उन्होंने मुंबई हवाई अड्डे पर विशेष एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की.”

पायलट की स्वास्थ्य समस्या और अन्य कारण

महाजन ने बताया कि पायलट को स्वास्थ्य संबंधी समस्या थी, जिसके बाद उनकी कंपनी से बात कर उन्हें उड़ान के लिए मनाया गया. इसके अलावा, शिंदे दोपहर में खराब मौसम के कारण पुणे से जलगांव देरी से पहुंचे थे, जिससे उनका पूरा कार्यक्रम प्रभावित हुआ.

बोराडे परिवार ने जताया आभार

बोराडे परिवार ने समय पर मदद के लिए शिंदे का आभार व्यक्त किया है. उनकी इस पहल ने न केवल एक जीवन बचाया, बल्कि मानवीय संवेदनशीलता का भी उदाहरण पेश किया.