रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसद में दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. दरअसल, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा था कि "चीन आज हमारी ज़मीन पर है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे खारिज कर दिया. वहीं, सेना ने पीएम मोदी की बात से असहमति जताई है. इस पर राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के बयान को पूरी तरह से गलत और आधारहीन बताया है.
राहुल गांधी पर झूठे आरोप लगाने का आरोप
इस दौरान रक्षा मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, "तीन फरवरी को राहुल गांधी ने संसद में भारत-चीन सीमा पर सेना प्रमुख के बयान को लेकर झूठे आरोप लगाए हैं. राजनाथ सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि सेना प्रमुख ने सीमा पर पारंपरिक पैट्रोलिंग में आई दिक्कतों के बारे में बात की थी, और यह प्रक्रिया हालिया बातचीत के बाद फिर से बहाल की गई थी.
Shri Rahul Gandhi in his speech in Parliament on 03 February 2025 made false allegations about the statement of the Army Chief on the situation on the India-China border.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 4, 2025
The Army Chief’s remarks referred only to the disturbance of traditional patrolling by both sides. He also…
सेना प्रमुख की टिप्पणी का स्पष्ट जवाब
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि "सेना प्रमुख की टिप्पणी सीमा के दोनों तरफ पैट्रोलिंग में आई दिक्कतों को लेकर थी. उन्होंने यह भी बताया कि पट्रोलिंग की यह प्रक्रिया हालिया बातचीत के बाद फिर से कायम हो गई है. रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने इस विषय पर संसद में विस्तृत जानकारी दी है और राहुल गांधी द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं, वह पूरी तरह से गलत हैं.
ऐतिहासिक दौर पर विचार करें राहुल गांधी- रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री ने चीन के साथ भारत के इतिहास पर भी बयान दिया और कहा कि "1962 के भारत-चीन युद्ध में चीन ने 38 हजार वर्ग किलोमीटर भारतीय सीमा के अंदर घुसपैठ की थी. वहीं, पाकिस्तान ने 1963 में 5180 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन को दे दिया था. राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी को सलाह दी कि वे इस ऐतिहासिक दौर पर विचार करें और आत्मावलोकन करें.
राहुल गांधी ने क्या दिया था बयान?
बता दें कि, राहुल गांधी ने एक दिन पहले चीन के सीमा पर आक्रामक रुख को लेकर भी सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने सदन में कहा कि 'चीन की सीमा पर आक्रामकता को लेकर सैन्य अधिकारियों के बयानों में अंतर है. चीन ने हमारी सीमा में घुसपैठ की है, इस बात से प्रधानमंत्री इनकार कर रहे हैं, लेकिन सेना ने पीएम के बयान से असहमति जताई है.