नई दिल्ली: सीएम अशोक गहलोत सरकार से मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के बाद राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने लाल डायरी का मुद्दा लाकर राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है. लाल डायरी पर विपक्ष को एक नया मुद्दा मिल गया है. तो वहीं गहलोत सरकार बैकफुट पर है. बीते दिनों राजस्थान के नागौर जिले में सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि "लाल डायरी का नाम सुनकर कांग्रेस के बड़े नेताओं की हालत खराब है. इस डायरी में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे बंद हैं. अगर इसके पन्ने खुले तो अच्छे अच्छे निपट जाएंगे. ये लाल डायरी कांग्रेस सरकार का डिब्बा गुल करने जा रही है"
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पीएम मोदी के इस बयान के बाद सूबे का सियासत का माहौल गर्म है. सीएम अशोक गहलोत ने लाल डायरी को लेकर मचे सियासी बवाल पर बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि "यह सब बीजेपी की साजिश है. सब कुछ पहले से ही तय था. हमें पता था कि पीएम मोदी अपने दौरे पर लाल डायरी का जिक्र करेंगे. यह मणिपुर के मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश है.साजिश के तहत मेरी सरकार के खिलाफ लाल डायरी लाई गई.कांग्रेस से बीजेपी घबराई हुई है इसलिए हमारे विधायकों के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है. गुड गवर्नेंस के दम पर हम राजस्थान में दोबारा सरकार बनाएगी"
राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले ही प्रदेश की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है. कांग्रेस के ही पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा के आरोपों से सरकार की जबरदस्त किरकिरी हो रही है. गुढ़ा के आरोपों के सहारे बीजेपी गहलोत सरकार को घेरने में लगी हुई है. इस पूरे बवाल में लाल डायरी का नाम बार-बार लिया जा रहा है
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