RG Kar Medical case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या मामले की जांच कर रही सीबीआई ने कहा है कि कोलकाता पुलिस द्वारा दर्ज किए गए सभी रिकॉर्ड फर्जी है. CBI ने कहा कि टाला पुलिस थाने में पुलिस द्वारा कुछ फर्जी रिकॉर्ड जोड़े गए और कुछ को बदल दिए गए थे. जांच एजेंसी ने विशेष अदालत को बताय कि पुलिस थाने से सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया गया है.
सीबीआई ने विशेष अदालत को बताया कि ताला पुलिस स्टेशन से जब्त किए गे सीसीटीवी फुटेज को आगे की जांच के लिए सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी भेजा गया है.
सीबीआई ने ताला पुलिस स्टेशन के अफसर अभिजीत मंडल और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ की है, जो इस समय जांच एंजेसी की कस्टडी में हैं. एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि जांच में कुछ नई चीजें सामने आई हैं जो ये बताती हैं कि ताला पुलिस स्टेशन में कुछ गलत रिकॉर्ड दर्ज किए गए हैं.
बुधवार को जांच एजेंसी ने अभिजीत मंडल को विशेष अदालत के सामने पेश किया. 25 सितंबर को मंडल की हिरासत अवधि खतम हो रही थी. अब अदालत ने 30 सितंबर तक अभिजीत मंडल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
CBI ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी संजय रॉय के कपड़े और सामान जब्त करने में दो दिनों की अनावश्यक देरी हुई, जिससे उसके खिलाफ मजबूत सबूत मिल सकते थे.
प्राइम सस्पेक्ट संजय रॉय को अगले दिन गिरफ्तार किया गया था, जबकि क्राइम को करने में उसकी भूमिका पहले ही सामने आ चुकी थी. जांच एजेंसी क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी का पता लगा रही है.
9 अगस्त की कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की डेड बॉडी मिली थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसके साथ बलात्कार किया गया था और उसकी हत्या कर दी गई थी.