Dreamliner Whistleblowers: अहमदाबाद में गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठा रहे हैं. वहीं, इसकी सुरक्षा को लेकर व्हिसलब्लोअर्स पिछले कई वर्षों से चिंता जताई जा रही थी. 30 से ज्यादा वर्षों तक बोइंग के लिए काम करने वाले जॉन बार्नेट ने 2019 में एक बड़ा आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि जब बहुत ज्यादा प्रेशर होता है तब कर्मचारी प्रोडक्शन लाइन में देरी को रोकने के लिए विमान में जानबूझकर घटिया पूर्जे फिट करते हैं.
बता दें कि जॉन बार्नेट, नॉर्थ चार्ल्सटन प्लांट में क्वालिटी मैनेजर के तौर पर काम करते थे जो 787 ड्रीमलाइनर बनाता था. इस दौरान देरी को रोकने के लिए विमान में घटिया पुर्जे फिट किए गए थे. साथ ही आरोप लगाया कि उन्होंने मैनेजमेंट को इस बारे में सचेत भी किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
2017 में रिटायर होने के बाद, उन्होंने कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की. लेकिन मार्च 2024 में उनकी गोली लगने से अचानक मृत्यु हो गई. यह तब हुआ जब वो कंपनी के खिलाफ एक व्हिसलब्लोअर मुकदमे में सबूत दे रहे थे. उन्होंने यह भी दावा किया था कि उन्होंने ऑक्सीजन सिस्टम में गंभीर समस्याओं का पता लगाया है, जिसका मतलब यह हो सकता है कि चार में से एक ब्रीदिंग मास्क इमरजेंसी में काम नहीं करेगा.
उन्होंने बताया था कि दक्षिण कैरोलिना में काम शुरू करने के तुरंत बाद उन्हें चिंता होने लगी थी कि नए विमान बनाने के लिए जोर देने का मतलब है कि असेंबली प्रोसेस जल्दी में किया गया जिसके चलते सुरक्षा से समझौता हुआ है. उन्होंने कहा था कि कुछ मामलों में, घटिया पुर्जे को स्क्रैप बिन से निकालकर विमानों में फिट किया गया.
जॉन बार्नेट के अलावा वर्तमान बोइंग इंजीनियर सैम सालेहपुर ने अप्रैल 2024 में एनबीसी न्यूज को बताया था कि दुनिया भर में जितने भी 787 ड्रीमलाइनर हैं उन्हें बंद कर देना चाहिए क्योंकि इनमें सुरक्षा जोखिम हैं. साथ ही आरोप लगाया था कि विमान को असेंबल करने वाला क्रू इसके छोटे गैप्स को भरने में विफल रहा है. साथ ही दावा किया था कि इन मुद्दों पर चिंता जताने के बाद उन्हें बैठकों से बाहर रखने जैसी बातों का सामना करना पड़ा था. बोइंग ने हमेशा इन दावों का खंडन किया है और जोर देकर कहा है कि 787 सुरक्षित है.