नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले ममता बनर्जी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कोलकाता में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के 15 साल के शासन ने बंगाल को भ्रष्टाचार, डर और घुसपैठ की आग में झोंक दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध घुसपैठ के कारण राज्य में असुरक्षा और भय का माहौल बन गया है.
अमित शाह ने कहा कि अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनाव बंगाल के भविष्य के लिए बेहद अहम हैं. उन्होंने दावा किया कि जनता के मन में बदलाव की स्पष्ट इच्छा दिखाई दे रही है. शाह ने कहा कि लोग अब विकास, संस्कृति और गरीबों के कल्याण पर आधारित मजबूत सरकार चाहते हैं, न कि डर, भ्रष्टाचार और कुप्रशासन से भरी राजनीति.
"Fear, Corruption have become identity of Bengal for 14 years": Amit Shah slams Mamata Banerjee over illegal infiltration
— ANI Digital (@ani_digital) December 30, 2025
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गृह मंत्री ने कहा कि बीते 14 से 15 वर्षों में बंगाल की पहचान डर और भ्रष्टाचार बन गई है. उन्होंने भरोसा जताया कि यदि भाजपा सत्ता में आती है तो राज्य की खोई हुई गरिमा और गौरव को वापस लाया जाएगा. अमित शाह ने कहा कि भाजपा स्वामी विवेकानंद, बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय, रवींद्रनाथ टैगोर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों का बंगाल बनाएगी.
अमित शाह ने बंगाल की बांग्लादेश से लगी सीमा का जिक्र करते हुए कहा कि घुसपैठ अब केवल राज्य की समस्या नहीं रही, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बन चुकी है. उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार राजनीतिक लाभ के लिए बांग्लादेशी घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है. शाह ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालेगी.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बांग्लादेश सीमा पर बाड़बंदी का काम इसलिए पूरा नहीं हो पा रहा है क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार जमीन उपलब्ध नहीं करा रही है. अमित शाह ने कहा कि देश की संस्कृति और सुरक्षा को बचाने के लिए एक देशभक्त सरकार की जरूरत है, जो केवल भाजपा दे सकती है.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि ममता सरकार के भ्रष्टाचार के कारण राज्य का विकास रुक गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएं बंगाल में टोल सिंडिकेट की भेंट चढ़ गई हैं. अमित शाह ने भाजपा के चुनावी प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि 2014 में पार्टी को 17 प्रतिशत वोट मिले थे और दो सीटें आई थीं. 2019 में वोट प्रतिशत बढ़कर 41 प्रतिशत हो गया और 18 लोकसभा सीटें मिलीं. 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 77 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी दल का दर्जा हासिल किया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, जिसकी जड़ें बंगाल में थीं, शून्य सीटों पर सिमट गई, जबकि वाम गठबंधन, जिसने 34 साल तक राज्य पर शासन किया, एक भी सीट जीतने में नाकाम रहा. इसके विपरीत भाजपा मजबूत विकल्प बनकर उभरी है.