Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र के एक्टर अमोल कोल्हे और डिप्टी सीएम अजित पवार के बीच तनातनी है. अमोल कोल्हे फिल्मों और टेलीविजन धारावाहिक में छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमिका के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने आरोप लगया है कि अजीत पवार अपनी पार्टी में आने के लिए उनपर दवाब बना रहे हैं.
शरद पवार की एनसीपी के स्टार प्रचारक कोल्हे ने कहा कि अजित पवार ने कई नेताओं को उनसे मिलने और पार्टी में शामिल होने के लिए मैसेज भेजा था. हालांकि, कोल्हे ने उन नेताओं के नाम बताने से इनकार कर दिया, जो उनके साथ अजित पवार से मिलने वाले थे. उनके सहयोगियों ने आरोप लगाया कि चूंकि कोल्हे ने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया है, इसलिए अजित पवार अभिनेता को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं.
अभिनेता ने कहा कि वह गुप्त रूप से अजित पवार से भी मिले थे. कोल्हे ने कहा, ''ऐसा इसलिए है क्योंकि अजित पवार एक बैठक चाहते थे. मैं उनसे तीन बार मिल चुका हूं. सभी अवसरों पर कोल्हे ने कथित तौर पर अजित पवार से कहा कि वह शरद पवार और उनकी पार्टी को नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने डिप्टी सीएम अजीत पवार के सामने अपना रुख दोहराया मैं शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ हूं और उसके साथ रहूंगा.
अजित पवार को उनका ये बयान पसंद नहीं आया. अंदरखाने में ये बात चल रही है कि उन्होंने कोल्हे को लोकसभा चुनाव में हराने की कसम खाई है. दो पहले ही अजित पवार ने तंज कसते हुए कहा था कि अगर राजनीतिक दलों को विरोधी उम्मीदवार अजेय लगते हैं तो उन्हें मशहूर हस्तियों को मैदान में उतारने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
कोल्हे ने कहा कि फिल्म कि टीवी हस्ती होने के बावजूद उनका संसदीय कार्य सुनील तटकरे से बेहतर था, जो अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा कि मुझे तीन बार संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह मेरी संसदीय उपलब्धि के बारे में बताता है.
अपने राजनीतिक विचारों को व्यक्त करने वाले कोल्हे के हिंदी भाषण वायरल हो गए हैं. वो महाराष्ट्र के उन चंद सांसदों में से हैं जिनके भाषण लोगों को पसंद आते हैं. कोल्हे हिंदी, अंग्रेजी और मराठी भाषा में सहज हैं. 2019 के चुनाव में कोल्हे ने तीन बार के मौजूदा सांसद शिवाजीराव अधलराव-पाटिल को हराया था. इस बार, हालांकि महायुति श्रीरूर सीट के लिए अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाए हैं. एकनाथ शिंदे गुट से अधलराव-पाटिल ने पहले ही दावा कर दिया है और प्रचार शुरू कर दिया है.