वायुसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त, चेन्नई के तांबरम के पास हादसा, बाल-बाल बची पायलट की जान
भारतीय वायुसेना का प्रशिक्षण विमान चेन्नई के तांबरम के पास एक हादसे का शिकार हो गया है. नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना का एक पिलाटस पीसी-7 प्रशिक्षण विमान चेन्नई के तांबरम के पास एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. खबरों की मानें तो पायलट सुरक्षित है. दुर्घटना के कारणों को फिलहाल पता लगाया जा रहा है. अधिकारियों की मानें तो भारतीय वायु सेना (आईएएफ) का एक पिलाटस पीसी-7 बेसिक ट्रेनर विमान शुक्रवार दोपहर हादसे का शिकार हुआ है.
वायु सेना के कैडेटों को बुनियादी उड़ान प्रशिक्षण देने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला यह एक प्रमुख विमान है. दुर्घटना के तुरंत बाद आपातकालीन टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं.
कहां हुआ हादसा?
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में, भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की कि एक मानक प्रशिक्षण उड़ान पर निकला विमान दोपहर करीब 2 बजे तांबरम के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विज्ञप्ति में कहा गया है, 'भारतीय वायुसेना का एक विमान 'पिलाटस पीसी-7', जो एक नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था, 14 नवंबर को चेन्नई के तांबरम के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. पायलट सुरक्षित बाहर निकल गया.'
एक प्रश्न के उत्तर में एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि दुर्घटना दोपहर दो बजे के कुछ ही देर बाद हुई. भारतीय वायुसेना ने घटना के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया है. वायु सेना के पी.सी.-7 बेड़े पर शुरुआती स्तर के उड़ान प्रशिक्षण के लिए व्यापक रूप से भरोसा किया जाता रहा है. आज की घटना विमानन अधिकारियों और रक्षा अधिकारियों के लिए गहन जांच का विषय बन गई है.
Pilatus PC-7 के बारे में
Pilatus PC-7 एक स्विस निर्मित, लो-विंग टर्बोप्रॉप ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट है, जिसका उपयोग दुनिया की कई वायु सेनाएं पायलटों की शुरुआती ट्रेनिंग के लिए करती हैं. इसमें दो सीटें होती हैं और यह बेसिक फ्लाइंग, एरोबेटिक्स, इंन्स्ट्रूमेंट फ्लाइंग और टैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है. 1978 में पहली बार पेश किया गया यह विमान अपनी मजबूती, विश्वसनीयता और आसान संचालन के लिए प्रसिद्ध है.
इसकी आधुनिक खूबियां
समय के साथ इसके आधुनिक संस्करण भी विकसित किए गए हैं, जैसे PC-7 Mk II और नया PC-7 MKX. इनमें उन्नत कॉकपिट, बेहतर एवियोनिक्स और अधिक सुरक्षित नियंत्रण सिस्टम शामिल हैं. इन सुधारों की वजह से यह ट्रेनिंग के लिए और भी अधिक उपयोगी बन गया है.
सीमित युद्ध प्रयोग
हालांकि यह मुख्य रूप से प्रशिक्षण के लिए बनाया गया है, फिर भी कुछ संघर्षों में इसका उपयोग सीमित युद्ध अभियानों में भी किया गया है. Overall, यह एक भरोसेमंद और लोकप्रिय ट्रेनर विमान माना जाता है.