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आदित्य ठाकरे और फडणवीस की मुलाकात: महाराष्ट्र में गठबंधन की अटकलें तेज, मुंबई में गुप्त मुलाकात ने मचाया ड़कंप

हाल ही में विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के विदाई समारोह में फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के साथ मजाकिया लहजे में कहा, “कम से कम 2029 तक हमारे लिए विपक्ष में जाने की कोई गुंजाइश नहीं है. उद्धव जी इस तरफ (सत्तारूढ़ पक्ष) आने की गुंजाइश पर विचार कर सकते हैं.”

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Aditya Thackeray and Fadnavis meet Speculation of alliance in Maharashtra intensifies

महाराष्ट्र की सियासत में एक नया मोड़ तब आया जब शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच मुंबई के एक होटल में मुलाकात की खबरें सामने आईं. शनिवार शाम 6 बजे आदित्य ठाकरे बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) के सोफिटेल होटल पहुंचे, और कुछ देर बाद फडणवीस भी वहां देखे गए. पार्टी सूत्रों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि दोनों नेताओं ने बंद कमरे में चर्चा की.  हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने इस मुलाकात से इनकार किया. CMO के एक अधिकारी ने कहा, “दोनों नेता अलग-अलग कार्यक्रमों के लिए होटल में थे और उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई.” 

सियासी अटकलें और गठबंधन की संभावना

यह मुलाकात कुछ दिन पहले उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की फडणवीस के साथ विधान परिषद अध्यक्ष राम शिंदे के कार्यालय में हुई मुलाकात के बाद हुई. शिवसेना (UBT) और बीजेपी के कई नेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, “यह मुलाकात संयोग नहीं हो सकती.” इससे बीजेपी और शिवसेना (UBT) के बीच संभावित गठबंधन की अटकलें तेज हो गई हैं. 

महाराष्ट्र में कुछ भी हो सकता है

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के नेता प्रशांत जगताप ने कहा, “महाराष्ट्र में कुछ भी हो सकता है. 2019 के बाद कई अप्रत्याशित घटनाएं हो चुकी हैं. अगर बीजेपी और शिवसेना (UBT) का गठबंधन होता है, तो यह आश्चर्यजनक नहीं होगा.” हालांकि, उन्होंने जोड़ा, “मुझे उम्मीद है कि शिवसेना (UBT) महा विकास आघाडी (MVA) के साथ रहेगी. बीजेपी के साथ जाना मतदाताओं के जनादेश के साथ विश्वासघात होगा.”

फडणवीस का मजाकिया न्योता

हाल ही में विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के विदाई समारोह में फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के साथ मजाकिया लहजे में कहा, “कम से कम 2029 तक हमारे लिए विपक्ष में जाने की कोई गुंजाइश नहीं है. उद्धव जी इस तरफ (सत्तारूढ़ पक्ष) आने की गुंजाइश पर विचार कर सकते हैं.” 2024 के विधानसभा चुनाव में MVA का प्रदर्शन खराब रहा, जिसमें शिवसेना (UBT) ने 20 सीटें जीतीं, जबकि महायुति गठबंधन (बीजेपी, शिंदे की शिवसेना, और अजित पवार की NCP) ने 288 में से 230 सीटें हासिल कीं.