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बंगाल में SIR का खौफ, तालाब में मिले हजारों आधार कार्ड, वीडियो शेयर कर BJP ने CM ममता को घेरा

यह मामला बुधवार को ललितपुर गांव के एक तालाब की नियमित सफाई के दौरान सामने आया, जब लोगों को पानी में एक भारी बोरा तैरता हुआ मिला. जांच में पता चला कि उसमें सैकड़ों आधार कार्ड थे.

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Kanhaiya Kumar Jha

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले के एक तालाब में सैकड़ों आधार कार्ड मिलने के बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. यह मामला तब सामने आया है, जब राज्य में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्य जारी है.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, यह मामला बुधवार को ललितपुर गांव के एक तालाब की नियमित सफाई के दौरान सामने आया, जब निवासियों को पानी में एक भारी बोरा तैरता हुआ मिला. जांच में पता चला कि उसमें सैकड़ों आधार कार्ड थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, कार्डों पर दर्ज ज्यादातर पते पास के हमीदपुर और पिला इलाकों के निवासियों के हैं.

मामले को लेकर स्थानीय अधिकारियों ने क्या कहा?

स्थानीय अधिकारियों ने इस संभावना से इनकार किया है कि कार्ड गलती से फेंके गए थे, बल्कि यह सुझाव दिया है कि यह जानबूझकर किया गया था. बरामद सभी कार्ड जब्त कर लिए गए हैं और पुलिस ने यह पता लगाने के लिए जांच रू कर दी है कि एक साथ इतने आधार कार्ड आखिर तालाब में कैसे पहुंचे. अधिकारी अब दस्तावेज़ों की प्रामाणिकता की जांच कर रहे हैं और आसपास के निवासियों से पूछताछ भी की जा रही है.

तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ा टकराव

मामला सामने आने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक टकराव और अधिक बढ़ गया है. भाजपा नेताओं ने इस मामले में गड़बड़ी का आरोप लगाया है और इस मामले को एसआईआर प्रक्रिया से जोड़ा है.

बीजेपी ने सोशल मीडिया पर छेड़ा अभियान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय भाजपा नेता देवव्रत मंडल ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के ठीक बाद आधार कार्डों की यह बरामदगी निश्चित रूप से एक गहरे रहस्य की ओर इशारा करती है. पार्टी नेतृत्व को इसकी जानकारी दी जाएगी. भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने भी सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को उठाया और कहा कि यह घटना मतदाता सूची संशोधन की पारदर्शिता पर संदेह पैदा करती है.

बता दें कि राज्य की सत्तारूढ़ TMC पहले ही चुनाव आयोग की इस पहल का विरोध कर चुकी है. विगत दिनों ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग की इस प्रक्रिया को लेकर रैली निकालकर विरोध जताया था और इसे अनैतिक करार दिया था. ममता ने इस मामले को लेकर बीजेपी और चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला था.

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