Diabetes and Hypertension Connection: मोटापा और डायबिटीज (मधुमेह) आज की जीवनशैली से जुड़ी दो प्रमुख स्वास्थ्य समस्याएं हैं. इनका दायरा तेजी से बढ़ता जा रहा है और विश्व स्तर पर इसका प्रभाव चिंताजनक है.
हाल के अध्ययनों के अनुसार, हर 5 में से 1 व्यक्ति मोटापा या इससे संबंधित समस्याओं से पीड़ित है, जबकि हर 5 में से 2 लोगों को डायबिटीज होने का खतरा है.
मोटापा केवल वजन बढ़ने का नाम नहीं है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों का मूल कारण बनता है. इसका संबंध हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, और कुछ प्रकार के कैंसर से भी है.
1. असंतुलित आहार (जंक फूड, चीनी और वसा से भरपूर खाना).
2. शारीरिक गतिविधियों की कमी.
3. अनियमित दिनचर्या और नींद की कमी.
4. तनाव और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं.
डायबिटीज को अक्सर साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण हल्के होते हैं और लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. यह रोग तब होता है जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता या इसका सही उपयोग नहीं कर पाता.
1. टाइप 1 डायबिटीज (आनुवांशिक).
2. टाइप 2 डायबिटीज (आहार और जीवनशैली से जुड़ी).
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 तक दुनिया में 1.9 बिलियन लोग मोटापे से पीड़ित हैं. भारत में, यह संख्या तेजी से बढ़ रही है. 5 में से 3 व्यक्ति अस्वास्थ्यकर वजन की श्रेणी में आते हैं. इसके अलावा, भारतीय आबादी का लगभग 12% डायबिटीज से प्रभावित है.
1. संतुलित आहार: हरी सब्जियां, फल, और प्रोटीन से भरपूर भोजन करें.
2. नियमित व्यायाम: प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें.
3. तनाव प्रबंधन: योग और ध्यान से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं.
4. चिकित्सकीय जांच: नियमित रूप से ब्लड शुगर और वजन की जांच करवाएं.
मोटापा और डायबिटीज से बचाव संभव है, यदि लोग समय रहते सचेत हो जाएं. स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और जागरूकता बढ़ाने से इन बीमारियों के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है. अब समय है कि हम अपनी और अपनों की सेहत का ध्यान रखें.