Sonu Sood: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में 5 अगस्त 2025 को हुए भीषण बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई. खीर गंगा नदी के ऊपरी क्षेत्र में हुए इस बादल फटने से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने गांव को तहस-नहस कर दिया, जिसमें कम से कम पांच लोगों की जान चली गई और 50 से अधिक लोग लापता हैं. इस आपदा ने घर, होटल, दुकानें और बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचाया, जिससे धराली और आसपास के क्षेत्रों में भारी तबाही मच गई. बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने इस त्रासदी पर गहरी चिंता व्यक्त की और लोगों से एकजुट होकर राहत कार्यों में योगदान देने का आग्रह किया.
8 अगस्त 2025 को सोनू सूद ने अपने एक्स हैंडल पर एक इमोशनल पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'धराली सन्नाटे में डूब रहा है—और हम अब और चुप नहीं रह सकते. 4 लोगों की जान चली गई, लगभग 100 लोग लापता हैं, 12 होटल, घर और दुकानें पल भर में बह गईं. दशकों में जो कुछ उन्होंने बनाया था, वह रातोंरात गायब हो गया. ये सिर्फ संख्याएं नहीं हैं—ये परिवार हैं, सपने हैं, भविष्य हैं.'
सोनू सूद ने सरकार से राहत और पुनर्निर्माण कार्यों में मदद करने वालों के लिए कर लाभ और नीतिगत प्रोत्साहन शुरू करने की मांग की है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस काम में योगदान दे सकें. उन्होंने आगे कहा, 'आइए किसी और सुर्खी का इंतजार न करें. सरकारों, कॉर्पोरेट्स और नागरिकों के लिए एक साथ खड़े होने का समय आ गया है. पुनर्वास करने का, पुनर्निर्माण करने का, सम्मान बहाल करने का. क्योंकि त्रासदी ने उन्हें चुना था—लेकिन मानवता को उन्हें अभी चुनना होगा.
Dharali is drowning in silence—and we can't be silent anymore.⁰4 lives lost, nearly 100 missing, 12 hotels, homes, and shops swept away in seconds. What they built over decades vanished overnight.⁰These aren’t just numbers—they're families, dreams, futures.
— sonu sood (@SonuSood) August 8, 2025
We urge the…
इससे पहले, 5 अगस्त को सोनू ने एक दूसरी पोस्ट में लिखा था, 'उत्तरकाशी, उत्तराखंड में आई विनाशकारी बाढ़ और बादल फटने से मन व्यथित है. प्रभावित हर व्यक्ति के लिए प्रार्थना. अब समय आ गया है कि पूरा देश एकजुट हो—जबकि सरकार अपना काम कर रही है, हमें व्यक्तिगत रूप से हर उस व्यक्ति के लिए खड़ा होना चाहिए जिसने अपना घर, अपनी आजीविका, अपनी जिंदगी खो दी है.'
उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार ने इस आपदा के बाद त्वरित कार्रवाई शुरू की. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली गांव का दौरा किया और हवाई सर्वे के साथ-साथ राहत कार्यों की समीक्षा की. अब तक 190 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है, और भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय प्रशासन की टीमें बचाव कार्यों में जुटी हैं. सेना ने हर्षिल में एक अस्थायी हेलीपैड को चालू किया है, और तीन सिविल हेलीकॉप्टरों ने भटवारी और हर्षिल में राहत सामग्री पहुंचाई. हालांकि, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव कार्यों में बाधा आ रही है.