बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान की प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज एंटरटेनमेंट ने दिल्ली हाई कोर्ट में आईआरएस ऑफिसर समीर वानखेड़े के डिफेमेशन केस का जोरदार जवाब दिया है. वानखेड़े ने आर्यन खान की डायरेक्टोरियल डेब्यू वेब सीरीज 'द बैड्स ऑफ बॉलीवुड' पर 2 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया था.
उन्होंने अंतरिम इंजंक्शन की मांग की थी, ताकि सीरीज का स्ट्रीमिंग रुक जाए. लेकिन रेड चिलीज ने साफ कहा कि ये शो फिक्शन है, सटायर है और कोर्डेलिया क्रूज इंसिडेंट पर कोई डॉक्यूमेंट्री नहीं है. कोर्ट में रेड चिलीज की ओर से सीनियर एडवोकेट नीरज किशन कौल ने जस्टिस पुरुषेंद्र कुमार कौरव के सामने दलील दी.
उन्होंने कहा- 'सटायर और फिक्शन साथ-साथ चल सकते हैं. कोई कानून नहीं है जो रोकता हो. शो रियल पर्सन्स या स्टोरीज से इंस्पायर्ड हो सकता है, लेकिन डिस्क्लेमर के साथ. इसमें कोई इली-विल या मैलिस नहीं है. ये बॉलीवुड पार्टी में सक्सेस स्टोरी के बारे में है.'
कौल ने आगे जोर देकर कहा- 'हम संवेदनशील लोगों को टारगेट नहीं कर रहे. हर्ट होना मैलिस का ग्राउंड नहीं. क्या आप सिर्फ एक सीन या पैसेज को पिक कर सकते हैं? सीरीज 20 अलग-अलग इश्यूज पर है. हमने कोर्डेलिया क्रूज इंसिडेंट पर कोई डॉक्यूमेंट्री नहीं दिखाई. ये ओवरजीलस ऑफिसर्स से इंस्पायर्ड है, लेकिन ये कोर्डेलिया की स्टोरी बिल्कुल नहीं है.'
ये केस 2021 के कोर्डेलिया क्रूज ड्रग केस से जुड़ा है. अक्टूबर में मुंबई के पास गोवा जाने वाली क्रूज पर रेव पार्टी के दौरान एनसीबी ने रेड की थी. तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने आर्यन खान को अरेस्ट किया था. आर्यन को 3 हफ्ते जेल में रहना पड़ा, लेकिन बाद में क्लीन चिट मिल गई.
वानखेड़े का दावा है कि सीरीज में एक गवर्नमेंट ऑफिसर का किरदार उन पर ही बेस्ड है, जो उन्हें मॉक करता है और उनकी इमेज खराब करता है. खासकर एक सीन जहां ऑफिसर बॉलीवुड पार्टी में आकर फेक ड्रग्स केस में किसी को अरेस्ट करता है. रेड चिलीज ने वानखेड़े पर काउंटर भी किया.
कौल ने कहा कि वानखेड़े खुद मीडिया में केस पर बात करते रहते हैं. 'आप कह सकते हैं कि बॉलीवुड की बुराइयों को दिखाने वाला ओवरजीलस ऑफिसर न दिखाए? ऑफिसर इतना दब्बू नहीं हो सकता.' नेटफ्लिक्स की दलीलें गुरुवार को सुनाई जाएंगी.