बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान के बांद्रा वाले घर पर गोलीबारी केस में बड़ा अपडेट आया है. बुधवार को मुंबई की स्पेशल मकोका कोर्ट ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े पांच आरोपी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की. कोर्ट ने इनके खिलाफ हत्या की साजिश, संगठित अपराध और आतंक फैलाने जैसे 15 गंभीर आरोप तय कर दिए.
जज महेश जाधव ने फैसला सुनाते हुए कहा कि ये लोग सलमान को मारने की साजिश रच रहे थे, ताकि शहर में दहशत फैला सकें और गैंग की तूती बोले. ये मामला 14 अप्रैल 2024 का है. सुबह करीब 4:45 बजे दो बाइक सवार गुर्गे सलमान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर पहुंचे और पांच राउंड फायरिंग कर दी. गनीमत रही कि सलमान और परिवार को कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन ये हमला एक साफ मैसेज था- किलर सलमान.
पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और मकोका एक्ट के तहत केस दर्ज किया. कोर्ट ने जिन पांचों पर आरोप तय किए, वो हैं: शूटर विक्की कुमार गुप्ता (24, किसान), सागर कुमार पाल (23, प्राइवेट जॉब), सोनू कुमार बिश्नोई (35, किसान), मोहम्मद रफीक चौधरी (37, दूध बेचने वाला) और हरपाल सिंह उर्फ हैरी (25, एसी मैकेनिक).
इन सबने कोर्ट में नॉट गिल्टी प्लेड किया, यानी बेगुनाही का दावा किया. अब ट्रायल शुरू होगा, जहां गवाहों को बुलाया जाएगा. ये सभी जेल में बंद हैं, उनकी बेल याचिकाएं पहले ही खारिज हो चुकी हैं. चार्जशीट के मुताबिक ये साजिश अगस्त 2022 से अप्रैल 2024 तक चली. आरोपी लॉरेंस बिश्नोई के सिन्डिकेट के मेंबर थे. चौधरी ने सलमान के घर की रेकी की, हरपाल ने वो जानकारी गैंग लीडर्स को दी.
सोनू ने हथियार और गोलियां मुहैया कराईं. लॉरेंस ने कैनेडियन जेल से ही ऑर्डर दिए. तीन फरार आरोपी- लॉरेंस बिश्नोई, उसके भाई अनमोल बिश्नोई और रवताराम स्वामी उर्फ रोहित गोडारा – वांटेड हैं. अनमोल को हाल ही में अमेरिका से एक्सट्राडाइट कर एनआईए ने गिरफ्तार किया. एक आरोपी अनुज थापन ने कस्टडी में सुसाइड कर लिया था.