Rapper Emiway Bantai Death Threat: रैपर एमिवे बंटाई को गैंगस्टर गोल्डी बरार के नाम से दी थी धमकी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Rapper Emiway Bantai Death Threat: रैपर एमिवे बंटाई को ₹1 करोड़ की उगाही और जान से मारने की धमकी मिली थी. अब इस मामले में पुलिस ने असम के एक 18 साल के किशोर को गिरफ्तार किया है. पुलिस को संदेह है कि उसे सोशल मीडिया के जरिए धमकी भेजने के लिए उकसाया गया था.
Rapper Emiway Bantai Death Threat: जाने माने रैपर एमिवे बंटाई, जिनका असली नाम मोहम्मद बिलाल शेख है, को ₹1 करोड़ की उगाही और जान से मारने की धमकी मिली थी. अब इस मामले में पुलिस ने असम के एक 18 साल के किशोर को गिरफ्तार किया है. आरोपी, अरुलव रमेशकुमार अलोही, असम में दूसरा वर्ष का कॉमर्स छात्र है. पुलिस को संदेह है कि उसे सोशल मीडिया के जरिए धमकी भेजने के लिए उकसाया गया था.
पुलिस के मुताबिक, यह धमकी तब भेजी गई जब एमिवे बंटाई ने दिवंगत पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि में एक गाना जारी किया था. बंटाई म्यूजिक कंपनी के आधिकारिक नंबर पर 25 मई 2025 को एक संदेश आया, जिसमें ₹1 करोड़ की मांग की गई थी. संदेश में धमकी दी गई कि 24 घंटे में पैसे न देने पर रैपर की जान को खतरा होगा. भेजने वाले ने खुद को गैंगस्टर गोल्डी बरार बताया और लॉरेंस बिश्नोई, रोहित गोदारा जैसे कुख्यात अपराधियों का नाम लिया था.
रैपर एमिवे बंटाई को धमकी देने वाला गिरफ्तार
रैपर के मैनेजर ने सीवुड्स के एनआरआई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर डिजिटल ट्रैकिंग शुरू की. तकनीकी जांच से पता चला कि धमकी असम से भेजी गई थी. नवी मुंबई पुलिस ने असम पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया और आरोपी को हिरासत में लिया. उसे पूछताछ के लिए नवी मुंबई लाया गया है.
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि किशोर को सोशल मीडिया पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने धमकी भेजने के लिए उकसाया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'लड़के ने इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप से संदेश हटा दिए हैं. हम डिलीट किए गए संदेशों को रिकवर करने की कोशिश कर रहे हैं.' पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस धमकी के पीछे असली मास्टरमाइंड कौन है.
जांच में नए खुलासे की उम्मीद
नवी मुंबई पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है. अधिकारियों का मानना है कि यह मामला सोशल मीडिया के दुरुपयोग और युवाओं पर इसके प्रभाव को दर्शाता है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या यह धमकी किसी बड़े आपराधिक गिरोह से जुड़ी है या यह व्यक्तिगत मकसद से की गई हरकत थी. साथ ही, डिलीट किए गए संदेशों को रिकवर करने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है.