Ranveer Allahbadia Controversy: कॉमेडियन समय रैना का होस्ट किया जाने वाले शो इंडियाज गॉट लैटेंट में अपने कमेंट को लेकर रणवीर अल्लाहबादिया खबरों में बने हुए थे. अब इस शो में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और कंटेंट क्रिएटर्स की इस्तेमाल की गई भाषा की राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने निंदा की है. समाचार एजेंसी ANI के पोस्ट किए गए एक वीडियो में, एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया राहतकर ने इसे 'बिल्कुल अभद्र' और जनता और आयोग दोनों के लिए अस्वीकार्य बताया.
शेयर किए गए वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता है कि'शो में उन्होंने जिस अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया, वह बिल्कुल अभद्र है. आयोग इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा. ऐसी भाषा का इस्तेमाल न तो लोगों को और न ही आयोग को स्वीकार्य है. मैं इसकी कड़ी निंदा करती हूं. इसके सामाजिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, NCW ने तुरंत इसका संज्ञान लिया और हमने उन्हें नोटिस जारी किया,'
समन के बाद, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रणवीर अल्लाहबादिया और अपूर्व मुखीजा, शो के मेकर्स सौरभ बोथरा और तुषार पुजारी के साथ गुरुवार को आयोग के सामने पेश हुए. खबरों की माने तो अल्लाहबादिया और मुखीजा से उनकी टिप्पणियों के बारे में पूछताछ की गई.
#WATCH | India's Got Latent case | Delhi: National Commission for Women (NCW) chairperson Vijaya Rahatkar says, "...The four people appeared before the Commission yesterday. The obscene language they used in the show is absolutely indecent. Commission will never accept it. Using… pic.twitter.com/wiSBwTP8O8
— ANI (@ANI) March 7, 2025
राहतकर ने कहा, 'जब वे कल आए, तो उन्होंने शो में अपने शब्दों पर खेद व्यक्त किया. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और उन्होंने गलती की है.' उन्होंने कहा कि उन सभी ने आयोग के समक्ष माफी मांगी और आश्वासन दिया कि वे भविष्य में अधिक सावधान रहेंगे.
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि यह पहली और आखिरी बार है जब उन्होंने ऐसा किया है. रणवीर अल्लाहबादिया ने कहा कि उन्होंने जो कहा है उसे वापस नहीं लिया जा सकता है, लेकिन वे शो में अपने शब्दों के लिए सावधान रहने और महिलाओं के सम्मान की बात करने की कोशिश करेंगे.'
बता दें की ये विवाद तब शुरू हुआ जब अल्लाहबादिया, जिन्हें बीयरबाइसेप्स के नाम से जाना जाता है, ने शो के दौरान माता-पिता और सेक्स के बारे में एक टिप्पणी की, जिसके कारण कई पुलिस शिकायतें हुईं. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए उनकी टिप्पणियों को 'अश्लील' बताया और कहा कि वे एक 'गंदे दिमाग' को दर्शाती हैं जिसने समाज को बदनाम किया है. जनता में बढ़ते आक्रोश के साथ, NCW ने तुरंत इस मामले में इंटरफेयर किया और ऑनलाइन कंटेस्टेंट क्रिएटर्स की उनके शब्दों और कार्यों के लिए बढ़ती जवाबदेही को रेखांकित करता है.