ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार, 8 अक्टूबर 2025 को केरल और तमिलनाडु में व्यापक तलाशी अभियान चलाया है. सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA), 1999 के तहत चल रही जांच से जुड़ी है, जिसमें उच्च-स्तरीय लग्जरी वाहनों की तस्करी और विदेशी मुद्रा लेनदेन का मामला शामिल है. ईडी ने यह छापेमारी कोच्चि क्षेत्रीय कार्यालय की अगुवाई में की, जिसमें कोयंबटूर, एर्नाकुलम, त्रिशूर, कोझिकोड, मलप्पुरम और कोट्टायम के कई स्थानों को कवर किया गया है.
ईडी अधिकारियों के अनुसार, जांच में यह खुलासा हुआ है कि कोयंबटूर स्थित एक नेटवर्क ने लग्जरी कारों को भारत में फर्जी दस्तावेजों के जरिए पंजीकृत करवाया गया था. इन दस्तावेजों में भारतीय सेना, अमेरिकी दूतावास और विदेश मंत्रालय के फर्जी पत्र शामिल थे, जिनका इस्तेमाल वाहनों को आयात और रजिस्टर कराने में किया गया था. जांच में यह भी पाया गया कि इन गाड़ियों को अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कई दूसरे राज्यों में फर्जी तरीके से पंजीकृत किया गया था ताकि कर और शुल्क से बचा जा सके.
ईडी ने इस कार्रवाई के तहत कई फिल्मी हस्तियों के आवासों और दफ्तरों की तलाशी ली. जिन परिसरों पर छापेमारी हुई, उनमें साउथ सिनेमा के कई जाने माने सितारों पृथ्वीराज, दुलकर सलमान, और अमित चकलाकल के घर भी शामिल हैं. हालांकि, ईडी ने साफ किया है कि यह कार्रवाई साक्ष्य इकट्ठा करने के उद्देश्य से की गई है, और किसी व्यक्ति के खिलाफ अभी तक औपचारिक आरोप दर्ज नहीं किए गए हैं. फिल्मी दुनिया में इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि यह पहली बार है जब इतने बड़े पैमाने पर कलाकारों के घरों पर एक साथ छापेमारी हुई है.
ईडी की प्रारंभिक जांच में फेमा की धारा 3, 4 और 8 के उल्लंघन के साक्ष्य मिले हैं. इन धाराओं के तहत अनधिकृत विदेशी मुद्रा लेनदेन, हवाला चैनलों के जरिये सीमा पार भुगतान और संदिग्ध फंड ट्रांसफर की जांच की जा रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, 'हमारे पास यह संकेत हैं कि कई लग्जरी वाहन विदेश से बिना उचित घोषणा के लाए गए, और भुगतान हवाला नेटवर्क के जरिए किए गए.'
इस तलाशी अभियान में केवल फिल्मी सितारे ही नहीं, बल्कि कई कारोबारी, वाहन डीलर और ऑटो वर्कशॉप मालिक भी जांच के दायरे में हैं. सूत्रों के मुताबिक, कुछ डीलरों ने फर्जी बिलिंग और अंडर-इनवॉइसिंग के जरिए विदेशी लग्जरी कारों को देश में लाने में भूमिका निभाई थी. ईडी ने कई स्थानों से हार्ड डिस्क, वित्तीय दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और बैंक रिकॉर्ड्स जब्त किए हैं. इनसे हवाला लेनदेन और विदेशी खातों के बीच संबंधों के सबूत मिलने की उम्मीद है.
ईडी सूत्रों का कहना है कि यह पूरा नेटवर्क दक्षिण भारत से लेकर दुबई और सिंगापुर तक फैला हो सकता है. विदेशों में बसे कुछ कारोबारी भारतीय एजेंटों के जरिए लग्जरी वाहनों को अवैध रूप से आयात कर रहे थे. यह वाहन फिर फर्जी पंजीकरण के जरिए देश में बेच दिए जाते थे, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये के कर राजस्व का नुकसान हुआ.