Nursery School: नर्सरी स्कूल खोलना अब आसान! जानें स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया, लाइसेंस और कानूनी गाइडलाइंस
नर्सरी स्कूल सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होता. इसमें खेल-कूद, म्यूजिक, ड्रॉइंग, आर्ट और स्टोरीटेलिंग जैसी गतिविधियां बच्चों के विकास के लिए बेहद जरूरी हैं.
Nursery School: भारत में शिक्षा का स्तर लगातार बदल रहा है और अब माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे कम उम्र से ही पढ़ाई के साथ-साथ जीवन की अहम स्किल्स सीखें. यही कारण है कि नर्सरी स्कूल या प्री-स्कूल की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. यहां बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई, अनुशासन और सामाजिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती है. यही वजह है कि नर्सरी स्कूल खोलना आज के समय में एक अच्छा बिजनेस आइडिया भी बन गया है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि नर्सरी स्कूल खोलने के लिए सिर्फ एक अच्छी जगह और बच्चों के लिए खिलौने ही काफी नहीं होते? इसके लिए कई कानूनी औपचारिकताएं, जरूरी लाइसेंस और क्वॉलिफाइड स्टाफ की जरूरत होती है. अगर आप इसकी प्रक्रिया को अच्छे से समझ लें तो यह न सिर्फ बच्चों के लिए एक बेहतर शैक्षिक वातावरण बनेगा बल्कि आपके लिए एक स्थायी करियर और कमाई का जरिया भी साबित हो सकता है.
नर्सरी स्कूल खोलने के लिए क्या चाहिए
नर्सरी स्कूल खोलने से पहले सही जगह का चुनाव करना जरूरी है. आमतौर पर रिहायशी इलाकों में इसकी डिमांड ज्यादा होती है. इसके बाद स्थानीय नगरपालिका से ट्रेड लाइसेंस लेना होता है जो 1 से 3 साल के लिए मान्य होता है. इसके अलावा बिल्डिंग फिटनेस सर्टिफिकेट और फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट भी अनिवार्य हैं.
कौन-सी योग्यता और डिग्री जरूरी
नर्सरी स्कूल शुरू करने वाले फाउंडर के पास न्यूनतम 12वीं पास होना चाहिए. अगर उनके पास Diploma in ECCE, PPTT या Bachelor’s in Child Development जैसी डिग्रियां हों तो यह और भी बेहतर है. शिक्षकों और स्टाफ के पास भी ऐसी ट्रेनिंग होना अनिवार्य है ताकि बच्चों को सही शिक्षा मिल सके.
नर्सरी स्कूल का बजट
एक छोटे नर्सरी स्कूल को शुरू करने के लिए लगभग 5 से 10 लाख रुपये तक का बजट चाहिए. इसमें फर्नीचर, क्लासरूम, खिलौने, स्टाफ और सुरक्षा पर खर्च शामिल होता है. अगर आप किसी फ्रेंचाइजी मॉडल को अपनाते हैं तो खर्च बढ़ सकता है लेकिन ब्रांड का फायदा भी ज्यादा मिलता है.
बच्चों के लिए क्या एक्टिविटीज जरूरी
नर्सरी स्कूल सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होता. इसमें खेल-कूद, म्यूजिक, ड्रॉइंग, आर्ट और स्टोरीटेलिंग जैसी गतिविधियां बच्चों के विकास के लिए बेहद जरूरी हैं. आप चाहें तो Montessori या Play-Way Method जैसी मान्यता प्राप्त पद्धतियां भी अपना सकते हैं. बच्चों को खेल-खेल में जिंदगी की सीख देना ही नर्सरी स्कूल का मुख्य उद्देश्य होता है.
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