Why Market Is Down: 13 दिसंबर को सेंसेक्स और निफ्टी ने शुरुआती कारोबार में गिरावट देखी, जिसका कारण ग्लोबल मार्केट में हलचल और सभी एरिया में बिकवाली थी. एशियाई मार्केट में कमजोरी के बाद भारतीय मार्केट में भी गिरावट आई, जिसके चलते अमेरिकी डॉलर की मजबूती, अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में बढ़ोतरी और चीन की आर्थिक स्थिति को लेकर निराशा थी.
मेटल स्टॉक्स सबसे बड़ी गिरावट में रहे, जिनमें 2%से ज्यादा की कमी आई. हालांकि, 13 प्रमुख क्षेत्रों में से सभी में गिरावट देखने को मिली. सुबह 9:50 बजे सेंसेक्स 568 अंक यानी 0.7%गिरकर 80,721 पर था, और निफ्टी 166 अंक यानी 0.7%गिरकर 24,382 पर था. लगभग 925 शेयरों में तेजी आई, जबकि 2,143 शेयरों में गिरावट आई और 95 शेयरों की कीमत स्टेबल रही.
जेओजिट फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वी.के. विजयकुमार ने कहा, "मजबूत डॉलर एक चिंता का विषय है क्योंकि इससे इम्पोर्टेड महंगाई बढ़ सकती है." उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में बढ़ोतरी, जो इस वर्ष की सबसे बड़ी बढ़ोतरी थी, 2025 में अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को तोड़ रही है. इसके अलावा, बीजिंग में एक हाई-लेवल बैठक जो कर्ज और खपत को बढ़ाने का वादा कर रही थी.
हालांकि, ज्यादातर विश्लेषकों का मानना है कि इन आंकड़ों का बाजार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा और यह केवल एक कंसॉलिडेसन प्रोसेस होगा. जीओजिट फाइनेंशियल सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट गौरंग शाह ने कहा कि निफ्टी 24,200 से 24,400 के बीच स्टेबल रह सकता है और कुछ समय तक इस स्थिति में रह सकता है.