menu-icon
India Daily

SEBI का चला डंडा, फ्रंट रनिंग के लिए IIFL सिक्योरिटीज के डायरेक्टर संजीव भसीन पर लगाया बैन, 11 करोड़ भी जब्त करने का आदेश

भसीन द्वारा सुझाए गए स्टॉक में प्रमुख कंपनियां जैसे L&T टेक्नोलॉजी सर्विसेज, पराग मिल्क फूड्स, इंटरग्लोब एविएशन, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड और गोल्डरेज RCP शामिल थीं. इस तरह से उन्होंने कुल 11.37 करोड़ का मुनाफा कमाया.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
What is front running Why did SEBI ban IIFL Securities director Sanjiv Bhasin

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने IIFL सिक्योरिटीज के निदेशक संजीव भसीन सहित अन्य लोगों पर प्रतिभूति व्यापार से प्रतिबंध लगा दिया है. यह कार्रवाई भसीन द्वारा अपनी सार्वजनिक सिफारिशों के विपरीत स्टॉक पोजीशन लेने के कारण की गई.

भसीन ने अवैध तरीके से कमाए 11.37 करोड़

विशेषज्ञों के अनुसार, संजीव भसीन पहले ऐसे हाई-प्रोफाइल रिसर्च विश्लेषक हैं, जिन्हें सेबी ने फ्रंट रनिंग के लिए दंडित किया है. इससे पहले, सेबी ने अन्य बाजार सहभागियों पर फ्रंट रनिंग के लिए कार्रवाई की थी, लेकिन किसी रिसर्च विश्लेषक पर नहीं. सेबी ने अपनी जांच में पाया, “वह (भसीन) पहले स्वयं प्रतिभूतियां खरीदते थे, फिर न्यूज चैनलों और/या IIFL टेलीग्राम चैनल पर जनता को वही प्रतिभूतियां खरीदने की सलाह देते थे. उनकी सिफारिशों के बाद जब प्रतिभूतियों की कीमतें बढ़ती थीं, तब संजीव भसीन उन्हें बेचकर मुनाफा कमाते थे.” सेबी ने कहा कि उनकी अधिकांश सिफारिशें ‘खरीद’ की थीं. भसीन द्वारा सुझाए गए स्टॉक में प्रमुख कंपनियां जैसे L&T टेक्नोलॉजी सर्विसेज, पराग मिल्क फूड्स, इंटरग्लोब एविएशन, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड और गोल्डरेज RCP शामिल थीं. इस तरह से उन्होंने कुल 11.37 करोड़ का मुनाफा कमाया.

सेबी ने की बड़ी कार्रवाई

सेबी ने मीडिया में गेस्ट स्पीकर संजीव भसीन, “सहायक” ललित भसीन और आशीष कपूर, उनकी कंपनी RRB होल्डिंग्स, और तीन अन्य “मुनाफा कमाने वालों” व उनकी कंपनियों को नोटिस जारी किया. सेबी ने इन सभी को प्रतिभूति व्यापार और डिपॉजिटरी से जुड़ने पर प्रतिबंध लगाया, साथ ही 11.37 करोड़ की राशि संयुक्त रूप से जब्त करने और जुर्माना लगाने का निर्देश दिया. नियामक ने बैंकों को बिना अनुमति भुगतान की अनुमति न देने का भी आदेश दिया. नोटिस प्राप्तकर्ताओं को अंतरिम आदेश का जवाब देने के लिए 21 दिन का समय दिया गया है.

शेयर बाजार में फ्रंट रनिंग एक ऐसी अनैतिक और अवैध प्रथा है, जिसमें कोई व्यक्ति या संस्था गोपनीय जानकारी का दुरुपयोग कर लाभ कमाती है. यह आमतौर पर तब होता है जब कोई ब्रोकर, विश्लेषक या निवेशक अपने ग्राहकों या जनता को सलाह देने से पहले उस जानकारी का उपयोग कर स्वयं शेयर खरीदता या बेचता है.

फ्रंट रनिंग क्या है?

फ्रंट रनिंग में कोई व्यक्ति ऐसी जानकारी का फायदा उठाता है, जो अभी सार्वजनिक नहीं हुई है. उदाहरण के लिए, यदि कोई रिसर्च विश्लेषक किसी कंपनी के शेयर को खरीदने की सलाह देने वाला है, तो वह पहले स्वयं उन शेयरों को खरीद लेता है. जब उनकी सिफारिश के बाद शेयर की कीमत बढ़ती है, तो वह इन्हें बेचकर मुनाफा कमाता है. यह न केवल अनैतिक है, बल्कि बाजार की पारदर्शिता और निवेशकों के भरोसे को भी नुकसान पहुंचाता है.