नई दिल्ली: आज शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 1 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई है. सुबह ट्रेडिंग के दौरान S&P BSE सेंसेक्स 900 अंक के करीब उछलकर 85,400.76 अंक पर पहुंच गया. वहीं NSE Nifty50 237.25 पॉइंट्स बढ़कर 26,122.05 पर पहुंच गया. बाजार में यह तेजी तीन दिन की गिरावट के बाद देखने को मिली है.
आज की बढ़त के पीछे कई वजहें मानी जा रही हैं. सबसे पहली वजह है मजबूत वैश्विक संकेत. एशियाई बाजारों में तेजी देखने को मिली और वॉल स्ट्रीट भी कल बढ़त के साथ बंद हुआ. इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा और बाजार में खरीदारी बढ़ गई. दूसरी बड़ी वजह है अमेरिका में ब्याज दर घटने की उम्मीदें. हाल ही में आए आंकड़ों के बाद माना जा रहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व आने वाले महीनों में ब्याज दर कम कर सकता है.
इससे उभरती अर्थव्यवस्थाओं में पैसा ज्यादा आता है और भारत जैसे बाजारों को फायदा मिलता है. तीसरी वजह है कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट. अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड लगभग 62.48 डॉलर प्रति बैरल तक फिसल गया है. यह दो महीने का सबसे निचला स्तर है. तेल सस्ता होने से कंपनियों की लागत कम होती है और शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बनता है. चौथी वजह है विदेशी निवेशकों की लगातार खरीद. एफआईआई ने हाल के दिनों में भारतीय बाजार में स्थिर खरीदारी की है जिससे बाजार को मजबूती मिली है.
बाजार की तेजी में सबसे बड़ा योगदान भारी वजन वाले शेयरों का रहा. एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में करीब 1 प्रतिशत की बढ़त देखी गई. ये तीनों शेयर निफ्टी में लगभग 30 प्रतिशत वजन रखते हैं इसलिए इनके उछाल का सीधा असर इंडेक्स पर पड़ा. इसके अलावा अदानी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील और बजाज फाइनेंस भी टॉप गेनर में शामिल रहे.
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी जबरदस्त खरीदारी दिखी. निफ्टी मिडकैप 100 में 1.13 प्रतिशत की बढ़त रही. निफ्टी स्मॉलकैप 100 भी 1.21 प्रतिशत मजबूत हुआ. सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में दिखे जिनमें निफ्टी मेटल, पीएसयू बैंक और कंज्यूमर ड्युरेबल सेक्टर सबसे आगे रहे.
रैली है गौर ने बताया कि टेक्निकल नजरिए से, निफ्टी 50 ने 20-SMA के आसपास निचले लेवल को टेस्ट करने के बाद वापसी देखी है. उन्होंने कहा, 'इंडेक्स अभी अपने शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेज (9-DMA और 20-DMA) से ऊपर ट्रेड कर रहा है, जो शॉर्ट-टर्म पुलबैक रैली का संकेत है. हालांकि, यह अभी भी 26,200–26,277 के जरूरी रेजिस्टेंस जोन के पास है, जो ऊपरी ट्रेंडलाइन और पहले के सप्लाई एरिया से मेल खाता है.'