Solar Eclipse 2024: साल का पहला सूर्यग्रहण आज 8 अप्रैल को लगने जा रहा है. यह पूर्ण सूर्यग्रहण होगा और करीब 54 साल बाद देखने को मिल रहा है. इसके पहले साल 1970 में ऐसा सूर्यग्रहण देखने को मिलेगा. सूर्यग्रहण खगोलीय और ज्योतिष की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होता है. ग्रहण के पहले सूतक काल फिर ग्रहण काल होता है. इसके बाद लोग नहाकर और घर में गंगाजल छिड़कर दोबारा से शुभ कार्यों की शुरुआत करते हैं.
ग्रहण का असर वहीं, होता है जहां पर वह दिखाई देता है. सूर्य ग्रहण हो या फिर चंद्रग्रहण जहां पर वह दिखाई नहीं देगा. वहां के लोगों पर इसका कोई असर नहीं होगा. इस बार सूर्यग्रहण भारत में रात्रि 9 बजकर 12 मिनट से शुरु होगा और मध्यरात्रि 2 बजे तक रहने वाला है. रात्रि में लगने के कारण सूर्य ग्रहण का असर भारत में नहीं होगा. करीब 5 घंटे और 10 मिनट की अवधि वाला यह ग्रहण भारतीयों के लिए परेशानी खड़ा नहीं करेगा.
साल का पहला सूर्यग्रहण चैत्र माह की अमावस्या 8 अप्रैल को पड़ रहा है और यह पश्चिमी यूरोप, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, मैक्सिको, उत्तरी अमेरिका, कनाडा, मध्य अमेरिका,दक्षिण अमेरिका, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र, आयरलैंड आदि जगहों पर दिखेगा. इस कारण इसका सूतक काल भी उन्हीं देशों में मान्य होगा. भारत में न तो गर्भवतियों को इससे खतरा है और न ही किसी व्यक्ति को इससे कोई नुकसान होने वाला है. अब अगली बार ऐसा सूर्यग्रहण 2078 में दिखेगा.
जिन देशों में सूर्यग्रहण दिखेगा उनको इस समय मंत्रों का जाप करना चाहिए. इसके साथ ही ग्रहण के बाद स्नान करें और तब ही पूजा पाठ या भोजन आदि करें. ग्रहण के दौरान न तो भोजन करें और ही सोएं. अगर बीमार हैं तो आप सो सकते हैं. ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें. इस दौरान गर्भवती महिलाएं बाहर न निकलें. सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले से सूतक लग जाते हैं . इस कारण अगर आप इन देशों के निवासी हैं तो आपको सूतक काल में कोई भी शुभ या धार्मिक काम नहीं करने चाहिए. गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान कैंची, सुई, चाकू व धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें. ग्रहण को खुली आंखों से भी न देखें.
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