Ramadan 2025: इस्लाम धर्म में रमजान का महीना सबसे पवित्र माना जाता है. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं और बुरी आदतों से दूर रहते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस महीने में अल्लाह अपने बंदों पर रहमत और बरकत की बारिश करते हैं. आइए जानते हैं इस पवित्र महीने की खास बातें और 2025 की तारीखें.
इस्लामिक मान्यता के अनुसार, रमजान के महीने में पैगंबर मोहम्मद साहब को खुदा की ओर से कुरान की आयतें मिली थीं. तभी से इस 9वां इस्लामिक महीना सबसे पवित्र माना जाता है. रोजा का मतलब होता है भूख-प्यास पर काबू पाना, ताकि इंसान धैर्य और संयम सीख सके.
रोजा सहरी (सुबह सूरज निकलने से पहले) शुरू होता है और इफ्तार (सूरज डूबने के बाद) खोला जाता है. रोजे के दौरान खाने-पीने के साथ-साथ गुस्से, झगड़े और बुरी आदतों से दूर रहना जरूरी होता है. जानकारी के लिए बता दें, रमजान के 30 दिन को तीन भागों (अशरों) में बांटा गया है, जिसमें अलग-अलग महत्व है.
इन दिनों में खुदा की दया और रहमत मांगी जाती है. लोग नमाज पढ़ते हैं, दान-पुण्य करते हैं और गरीबों की मदद करते हैं.
इस अशरे में लोग अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. इसके साथ गलतियों से सबक लेकर नेक रास्ते पर चलने की कोशिश करते हैं.
आखिरी 10 दिन खुदा से पापों की माफी और जन्नत की दुआ मांगने के होते हैं. लैला-तुल-कद्र की रात भी इन्हीं दिनों में आती है, जिसे हजार रातों से ज्यादा पाक माना जाता है.
30 दिन के रोजे पूरे होने के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन मुसलमान एक-दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद देते हैं, मीठे पकवान खाते हैं और दान (जकात) करते हैं.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.