नई दिल्ली. किसी भी पूजा में भगवान को नैवेद्य या भोग अवश्य चढ़ाया जाता है. इसको आप इस आसान तरीके से घर पर बना सकते हैं. जन्माष्टमी में कान्हा को पंचामृत का भोग अतिप्रिय है.
पंचामृत का अर्थ है पांच अमृत. इसका मतलब पांच चीजों को मिलाकर बनने वाले इस पदार्थ को पंचामृत कहते हैं. पंचामृच का सेवन कई रोगों में लाभदायक होता है और यह मन को शांति भी प्रदान करता है.
घर पर ऐसे बनाएं पंचामृत
पंचामृत में पांच अमृत होते हैं. इसमें दूध, दही, घी, शहद व शक्कर होती है.
आवश्यक सामग्री
इसके लिए आपको आधा कप दही, एक कप गाय का दूध, आधा कप मखाना, आधा चम्मच देसी घी, दो छोटी चम्मच शहद, 2 बड़ी चम्मच चीनी और 5 से 7 तुलसी के पत्तों की आवश्यकता होगी.
इस प्रकार बनाएं
पंचामृत बनाने के लिए एक बर्तन लें. अगर यह चांदी का हो तो काफी अच्छा है. इसमें 1 कप दूध लें. अब इसमें दो बड़ी चम्मच चीनी डालकर मिला लें. चीनी के घुल जाने पर इसमें घी, दो छोटी चम्मच शहद, आधा कप कटे हुए मखाने और दही मिला लें. अब इसमें तुलसी दल भी डाल दें. हो सके तो इसमें थोड़ा सा गंगाजल डाल दें. इस पंचामृत को कान्हा जी को अर्पित करें.
पंचामृत पीने के फायदे
पंचामृत में पांच हेल्दी तत्व होते हैं. इस कारण इसको पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
1- पंचामृत में कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा तथा विटामिन जैसे कई सारे पोषक तत्व होते हैं.
2- इसको पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
3- इसको तुलसी के पत्ते मिलाकर पीने से स्किन की चमक बढ़ती है और इससे कमजोरी भी दूर होती है.
4- इसका सेवन मानसिक विकास में फायदेमंद होता है. इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है.
5- इससे कैंसर, हार्ट अटैक, डायबिटीज, कब्ज, ब्लड प्रेशर जैसे रोगों से बचा जा सकता है.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.