भारत में 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों की परिणामों की घोषणा की जाएगी.
कौन घोषित होता है विजेता?
भारत में चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और कानून के अनुसार है. वोटिंग में उस उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाता है, जिन्होंने सबसे अधिक वैध वोट हासिल किए हैं.
वोटों की गिनती
मतदान डाले गए मतों की गिनती उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की उपस्थिति में की जाती है. मतदान प्रक्रिया की निगरानी निर्वाचन अधिकारी और अन्य चुनाव अधिकारी करते हैं.
परिणाम घोषणा
मतगणना पूरी होने के बाद, चुनाव आयोग के तहत काम करने वाले निर्वाचन अधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के लिए परिणाम घोषित करते हैं.
जीत का प्रमाण पत्र
निर्वाचन आयोग द्वारा प्रमाण पत्र जारी किया जाता है. इसके बाद, जिला रिटर्निंग अधिकारी विजेता उम्मीदवार को प्रमाण पत्र देते हैं जो आयोग द्वारा उम्मीदवार की जीत की आधिकारिक पुष्टि करता है.
निर्वाचन आयोग
ECI एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय है जो भारत में सभी चुनावों का संचालन करता है. चुनाव में डीएम (IAS) लेवल के अधिकारी आयोग के अंडर में रिटर्निंग ऑफिसर के तौर पर काम करते हैं.
एक महत्वपूर्ण दस्तावेज
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी प्रमाण पत्र निर्वाचित उम्मीदवार को विधानसभा सदस्य के रूप में अपने अधिकारों और कर्तव्यों का प्रयोग करने की अनुमति देता है.
प्रमाण पत्र में निम्नलिखित जानकारी शामिल होती है:
उम्मीदवार का नाम, निर्वाचन क्षेत्र, चुनावी पार्टी, प्राप्त मतों की संख्या, उम्मीदवार के निर्वाचन की तिथि