रेबीज सिर्फ कुत्तों के काटने से नहीं बल्कि बिल्ली, बंदरों जैसे जानवरों के काटने पर भी ये जानलेवा बीमारी हो सकती है.
Credit: Pinterest
क्यों होती है ये बीमारी
जानवरों के काटने के अलावा नोचने से भी हो सकता है रेबीज डिजीज हो सकता है.
Credit: Pinterest
एक्सपर्ट की राय
झारखंड के डॉक्टर अनुज कुमरा का कहना है कि वैक्सीन की कोई समय सीमा नहीं है. अगर किसी कारण 24 घंटे के अंदर नहीं लगवा पाए तो बाद में भी लगवा सकते है.
Credit: Pinterest
लक्षण
एक्सपर्ट का मानना है कि लक्षण सामने आने से पहले वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए. अगर एक साल पहले जानवर ने काटा है तो भी अभी लगवा सकते हैं.
Credit: Pinterest
एंटी-रैबिज वैक्सीन
रेबीज के लक्षण आने के समय काफी ज्यादा अलग-अलग होते है. हो सकता है कि लक्षण 4 दिन में आ जाए या 25 वर्ष में भी आ सकते हैं. लेकिन फिर जितनी जल्दी हो सके आप एंटी-रैबिज का वैक्सीन लेना चाहिए.
Credit: Pinterest
इलाज
डॉक्टर कहा कहना है कि रेबीज लाइलाज बीमारी है. वैक्सीन ही इसका इलाज है. मरीज में अगर रेबीज के लक्षण आ जाए तो मृत्यु दर करीब 100 फीसदी है.
Credit: Pinterest
सावधानी
इसीलिए सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है. यदि किसी ऐसे जानवर के संपर्क में आएं तो जितनी जल्दी हो anti-rabies वैक्सीन ले लेनी चाहिए.
Credit: Pinterest
डिस्क्लेमर
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.