एलियंस और यूएफओ को लेकर बहस एक बार फिर तेज हो गई है. फिल्ममेकर और यूएफओ शोधकर्ता मार्क क्रिस्टोफर ली ने दावा किया है कि वर्ष 2026 का फीफा वर्ल्ड कप मानव इतिहास का सबसे चौंकाने वाला पल बन सकता है.
उनके अनुसार, इसी वैश्विक आयोजन के दौरान एलियंस पहली बार खुद को दुनिया के सामने प्रकट करेंगे. ली का कहना है कि उनकी यह बात प्राचीन भविष्यवाणियों, आधुनिक शोध और हाल के यूएफओ संकेतों पर आधारित है.
मार्क क्रिस्टोफर ली का कहना है कि उन्होंने वर्षों तक यूएफओ घटनाओं, ऐतिहासिक ग्रंथों और प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियों का अध्ययन किया है. इस शोध के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि वर्ष 2026 'खुलासे का साल' हो सकता है. ली के मुताबिक, यह कोई सामान्य घटना नहीं होगी, बल्कि ऐसा पल होगा जो मानव सोच और वैश्विक व्यवस्था को पूरी तरह बदल सकता है.
ली अपने दावे को बल्गेरिया की रहस्यमयी भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों से जोड़ते हैं. उनके अनुसार, बाबा वेंगा ने नवंबर 2026 में एलियंस से पहले संपर्क की बात कही थी. उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि यह संपर्क किसी बड़े वैश्विक आयोजन के दौरान होगा. ली का मानना है कि फीफा वर्ल्ड कप फाइनल इस भविष्यवाणी से पूरी तरह मेल खाता है.
मार्क ली ने फ्रांसीसी भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की कविताओं का भी जिक्र किया. उनका कहना है कि इनमें आकाश से आने वाले आक्रमण, लंबे युद्ध, बाढ़ और सत्ता परिवर्तन जैसे संकेत मिलते हैं. यूएफओ प्रेमी इन भविष्यवाणियों को 2026 में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और रहस्यमयी हवाई गतिविधियों से जोड़ रहे हैं, जिससे अनिश्चितता और डर का माहौल बनता है.
ली का दावा है कि फीफा वर्ल्ड कप जैसे आयोजन को एलियंस जानबूझकर चुन सकते हैं, क्योंकि इसे अरबों लोग लाइव देखते हैं. उनके अनुसार, अगर एलियंस इस दौरान सामने आते हैं, तो यह इतिहास की सबसे बड़ी ‘लाइव डिस्क्लोजर’ होगी. इससे वैश्विक स्तर पर घबराहट, राजनीतिक उथल-पुथल और सामाजिक अस्थिरता बढ़ सकती है.
मार्क क्रिस्टोफर ली ने विश्व नेताओं से अपील की है कि वे इस संभावना को गंभीरता से लें. उनका कहना है कि सरकारों को यूएफओ से जुड़ी जानकारी पारदर्शी रूप से साझा करनी चाहिए और जनता को मानसिक रूप से तैयार करना चाहिए. ली के अनुसार, यह कोई साइंस फिक्शन नहीं, बल्कि एक संभावित वास्तविकता है, जिसके लिए मानवता को पहले से सजग होना जरूरी है.