रेगिस्तानी देश में हो रही घनी बर्फबारी, क्या पैगंबर मुहम्मद की भविष्यवाणी हो रही है सच? देखें वायरल वीडियो

सऊदी अरब के रेगिस्तानी इलाकों में हुई बर्फबारी और बारिश ने लोगों को चौंकाया और इसे जलवायु परिवर्तन व धार्मिक भविष्यवाणियों से जोड़कर देखा जा रहा है.

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Km Jaya

नई दिल्ली: सऊदी अरब का नाम आते ही लोगों के दिमाग में तपता रेगिस्तान और तेज धूप की तस्वीर उभरती है, लेकिन इस बार इस रेगिस्तानी देश में ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. उत्तरी सऊदी अरब के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और घने हिमपात ने मौसम की परिभाषा ही बदल दी. तबूक क्षेत्र और ट्रोजेना हाइलैंड्स में बर्फ की मोटी चादर बिछ गई, जबकि जबल अल लॉज इलाके में तापमान शून्य से नीचे चला गया.

जबल अल लॉज, जो समुद्र तल से करीब 2580 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, वहां हुई बर्फबारी ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को चौंका दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों को देखकर कई लोग इसे एआई से बना हुआ मानने लगे, जबकि स्थानीय मीडिया ने इसकी पुष्टि की. सऊदी गजट के अनुसार ट्रोजेना हाइलैंड्स में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बर्फबारी दर्ज की गई.

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किन-किन क्षेत्रों में हुई बारिश?

बारिश सिर्फ पहाड़ी इलाकों तक सीमित नहीं रही. बिर बिन हिरमास, अल उयैना, हलत अम्मार, शिक्रि और आसपास के क्षेत्रों में भी बारिश हुई. सऊदी अरब के नेशनल सेंटर फॉर मेट्रोलॉजी ने रियाद, ईस्टर्न प्रोविंस और नॉर्दर्न बॉर्डर के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है.

क्या पैगंबर मुहम्मद की सच हो रही भविष्यवाणी?

इस असामान्य मौसम ने सोशल मीडिया पर बहस को जन्म दे दिया. कई यूजर्स ने इसे कुदरत का चमत्कार बताया, तो कुछ ने इसे इस्लामी भविष्यवाणी से जोड़ दिया. एक यूजर ने दावा किया कि यह पैगंबर मोहम्मद की उस भविष्यवाणी की ओर इशारा करता है, जिसमें कहा गया है कि आखिरी दौर में अरब प्रायद्वीप फिर से हरा भरा हो जाएगा और नदियों से भर जाएगा.

क्या किसी बड़े बदलाव की है शुरुआत?

इस्लामी हदीसों में वर्णित इस कथन के कारण लोग यह सवाल कर रहे हैं कि क्या यह बर्फबारी और बढ़ती बारिश किसी बड़े बदलाव की शुरुआत है. विशेषज्ञों के अनुसार रेगिस्तानी इलाकों में बढ़ती बारिश से मिट्टी में नमी बढ़ती है, जो पौधों की वृद्धि के लिए जरूरी होती है. अगर ऐसा सिलसिला लंबे समय तक जारी रहता है, तो यह इलाके की प्राकृतिक संरचना को बदल सकता है.

हालांकि मौसम वैज्ञानिक इसे जलवायु परिवर्तन से जोड़कर देख रहे हैं. उनका कहना है कि बदलते मौसम पैटर्न के कारण ऐसे असामान्य दृश्य अब ज्यादा देखने को मिल सकते हैं. फिलहाल सऊदी अरब की बर्फबारी ने लोगों को हैरान भी किया है और सोचने पर भी मजबूर कर दिया है.