एक व्यक्ति ने रेडिट पर अपनी चौथी नौकरी छूटने की कहानी शेयर की है, जिसमें उसने जॉब मार्केट की कठिनाइयों और करियर बर्नआउट का कड़वा सच बताया. शख्स ने बताया कि उसकी कंपनी को एक प्राइवेट इक्विटी फर्म द्वारा टेकओवर किए जाने के बाद जनवरी में बड़े पैमाने पर छंटनी हुई, और अब उनकी बारी भी आई. शख्स ने कहा कि वह अपनी सेविंग्स के दम पर सर्वाइव कर रहे हैं हैं, लेकिन नौकरी तलाशी के दौरान रिजेक्शन ने उन्हें थका दिया है. बर्नआउट से जूझ रहे इस व्यक्ति ने दूसरों को सलाह दी कि बचत करें और नौकरी की सुरक्षा पर भरोसा न करें.
20 साल के करियर में चौथी छंटनी
शख्स ने कहा कि 20 साल के करियर में उसकी चौथी बार नौकरी गई है. शख्स ने कहा कि नौकरी जाने और अगली नौकरी की तलाश ने उसे मानसिक तौर पर बुरी तरह थका दिया है. नौकरी पेशा लोगों को सलाह देते हुए शख्स ने कहा कि आर्थिक अनिश्चितता के इस दौर में खुद को ऐसी परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रखें.
वायरल हुआ पोस्ट
शख्स ने अपने रेडिट पोस्ट में लिखा, “आज मेरी नौकरी चली गई. मुझे पता था कि मेरी बारी आएगी, लेकिन इतनी जल्दी नहीं सोचा था.” उसने कहा कि यह उनकी 20 साल की नौकरी में चौथी छंटनी थी, जिसने उन्हें भावनात्मक रूप से सुन्न कर दिया है. फिर भी, उनकी बचत उसे कुछ समय के लिए सहारा दे रही है.
हर तरफ से मिल रहा रिजेक्शन
पिछले छह महीनों से नौकरी की तलाश में जुटे इस व्यक्ति को बार-बार अस्वीकृति का सामना करना पड़ा. शख्स ने आगे लिखा, “हर दिन आवेदन भेजता हूं, लेकिन केवल रिजेक्शन मिलता है.” उसने लिखा, नौकरी बाजार की कठिनाइयों ने उसे हताश किया, लेकिन वह हिम्मत नहीं हार रहा. उसने कहा कि बार-बार इंटरव्यू देने से उनकी स्किल्स और तेज हुई है, जो भविष्य में काम आएंगी.
बर्नआउट: मानसिक और शारीरिक थकान
लंबे समय तक ओवरटाइम, वीकेंड पर काम और तथाकथित “वर्किंग वैकेशन” ने इस व्यक्ति को पूरी तरह थका दिया. उन्होंने कहा, “मुझे अब सांस लेने और छुट्टी की जरूरत है.” बर्नआउट की यह स्थिति आज के कई पेशेवरों की हकीकत है, जहां काम का दबाव निजी जिंदगी को खा जाता है.
सोशल मीडिया पर मिल रही प्रतिक्रिया
इस पोस्ट ने रेडिट पर तहलका मचा दिया. एक यूजर ने लिखा, “मैं भी जुलाई में छंटनी का शिकार हुआ. नौकरी ने मेरे वीकेंड छीन लिए थे. अब दो महीने से इंटरव्यू नहीं मिला.” एक अन्य ने सलाह दी, “छुट्टी लो, तुमने यह डिजर्व किया. यह दौर बीत जाएगा.” एक तीसरे यूजर ने 11 महीने बेरोजगार रहने की अपनी कहानी साझा की, जो इस अनिश्चित समय में बचत की अहमियत को रेखांकित करती है.