Kangana Ranaut First Speech in Parliament: हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में मंडी में अपनी जीत को चुनौती दिए जाने के बाद एक्ट्रेस और पॉलिटिकल लीडर कंगना रनौत लगातार चर्चा में बनी हुई हैं. इस बीच गुरुवार को अभिनेत्री-राजनेता ने इंस्टाग्राम और एक्स पर संसद में दिए अपने पहले भाषण का वीडियो शेयर किया है.
इस भाषण के दौरान भाजपा सांसद ने हिमाचल के आदिवासी संगीत और लोक कला के 'विलुप्त होने' की बात पर जोर दिया और उसे बचाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं इसको लेकर सवाल किए.
मंडी के लोगों की ओर से संसद में बोलने का मौका देने के लिए माननीय स्पीकर को धन्यवाद देने के बाद, कंगना ने हिंदी में कहा, "मंडी में कई तरह की कलाएं हैं जो विलुप्त होने की कगार पर हैं. हमारे हिमाचल प्रदेश में काठ-कुनी नामक एक स्वदेशी निर्माण तकनीक है जिसमें भेड़ की खाल का उपयोग विभिन्न प्रकार के कपड़े बनाए जाते हैं, जैसे जैकेट, टोपी, शॉल, स्वेटर. इन्हें भारत के बाहर के देशों में मूल्यवान माना जाता है, लेकिन यहां ये विलुप्त हो रहे हैं. हमें इस बारे में बात करनी चाहिए कि इन्हें बढ़ावा देने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं. मैं यह भी कहना चाहूंगी कि हिमाचल प्रदेश का लोक संगीत, खास तौर पर स्पीति, किन्नौर और भरमौर का आदिवासी संगीत और उनके लोक और कला रूप भी विलुप्त होने के कगार पर हैं. तो, हम उनके बारे में क्या कर रहे हैं?"
कंगना ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए अपने कैप्शन में लिखा, "आज संसद में मंडी (हिमाचल प्रदेश) के विषय में बात रखने का पहला मौका मिला."
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने बुधवार को मंडी से भाजपा की लोकसभा सदस्य कंगना को नोटिस जारी किया. किन्नौर निवासी एक व्यक्ति ने इस आधार पर कंगना के चुनाव को रद्द करने की याचिका दायर की थी कि लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए उनके नामांकन पत्र को कथित तौर पर गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था.
नोटिस जारी करते हुए न्यायमूर्ति ज्योत्सना रेवाल ने कंगना को 21 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया. उन्होंने मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 मतों से हराकर जीत हासिल की थी. उन्हें 5,37,002 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी को 4,62,267 वोट मिले थे.