पाकिस्तान की संसद में गुरुवार को एक ऐसी घटना हुई, जिसने गंभीर माहौल को एक ही पल में हंसी-ठिठोली में बदल दिया. सत्र जारी था कि तभी एक गधा सीधे सीनेट कक्ष में दाखिल हो गया.
सांसद पहले चौंके, फिर पूरा सदन हंसी से भर गया. सुरक्षाकर्मी उसे बाहर निकालने दौड़े, लेकिन गधा जैसे पूरे परिसर का अनौपचारिक निरीक्षण करने आया हो. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसने पाकिस्तान में सुरक्षा की खामियों पर नई बहस छेड़ दी.
दरअसल, सीनेट की कार्यवाही चल रही थी कि दरवाजे की ओर हलचल दिखी और कुछ ही सेकंड में एक गधा बिना रोक-टोक अंदर आ गया. सदन में मौजूद कई सांसद हंस पड़े, जबकि कुछ ने हैरानी में एक-दूसरे को देखा. सुरक्षाकर्मी तुरंत हरकत में आए, लेकिन गधा बेफिक्र होकर आगे बढ़ता रहा. घटना ने गंभीर सत्र को हास्य दृश्य में बदल दिया.
सीनेट चेयरमैन यूसुफ रजा गिलानी ने भी इस घटनाक्रम पर हंसी भरी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'लगता है जानवर भी हमारे कानूनों में अपनी बात रखना चाहते हैं.' इस टिप्पणी पर पूरा सदन ठहाकों से भर गया. चेयरमैन की प्रतिक्रिया ने माहौल और हल्का कर दिया.
यह पहली बार नहीं है जब संसद परिसर में कोई जानवर दाखिल हुआ हो. 2023 में एक आवारा कुत्ता भी संसद भवन के अंदर पहुंच गया था. लगातार दो घटनाओं के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर संसद जैसे संवेदनशील परिसर में सुरक्षा में इतनी ढिलाई क्यों है. सांसदों ने भी इस पर चिंता जताई है.
यहां देखें वीडियो
🤣 #Pakistan के पार्लियामेंट में VVIP गेस्ट की एंट्री...
— Madhurendra kumar मधुरेन्द्र कुमार (@Madhurendra13) December 4, 2025
माहौल का मजा लीजिए...#viralvideo pic.twitter.com/DTdD5mk8on
घटना के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले. शुरुआती जांच में पता चला कि गधा एक खुले और कम निगरानी वाले गलियारे से अंदर आया था. सुरक्षा एजेंसियों ने इस एरिया को ‘असुरक्षित जोन’ बताया है. अब वहां बैरिकेड्स और अतिरिक्त गार्ड लगाने की तैयारी की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें.
घटना का वीडियो कुछ ही मिनटों में पाकिस्तान और भारत दोनों देशों में वायरल हो गया. कई यूजर्स ने मजाक में लिखा कि 'गधों के बीच गधा पहुंच गया है.' कुछ ने शहबाज शरीफ को लेकर भी तंज कस दिए. वहीं कुछ उपयोगकर्ताओं ने पूछा कि क्या यह वीडियो असली है या एआई से बनाया गया है. पाकिस्तान में इस वीडियो पर राजनीतिक कटाक्षों की भी बाढ़ आ गई है.