India Manch Conclave: उत्तराखंड की राजधानी देहरदादून में इंडिया डेली के इंडिया मंच कार्यक्रम में मशहरू पर्यावरणविद् अनिल प्रकाश जोशी ने दस्तक दी. उन्होंने इस कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि पर्यावरण का मुद्दा सिर्फ उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि पूरे विश्व का है. हमें एक बात याद रखनी चाहिए कि 2013 की त्रासदी ने जिसने से देश और दुनिया को हिलाया था वह एक बड़ा उदाहारण बना था दुनिया के लिए. उसके बाद उत्तराखंड में लगातार इस तरह की परिस्थितियां बनती चली गईं. और खासकर 2024 में देखें तो वायनाड में बड़ी घटना हुई. गुजरात डूब गया.
इंडिया मंच पर बोलते हुए अनिल प्रकाश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड बड़ा संवेंदनशील है. बारिश की रफ्तार का पता नहीं होता. मौसम विभाग भी कभी-कभी बारिश को प्रिडिक्ट करने में असफल दिखता है. भले ही इसका असर उत्तराखंड में ज्यादा पड़ता है लेकिन अब यह विश्व का मुद्दा है. ऐसा नहीं कहा जा सकता कि आपदाएं उत्तराखंड में ही आएंगी.
उन्होंने कहा कि प्रकृति का ये जो बदलाव है इसे शायद समझना होगा. उत्तराखंड एक ऐसा स्थान है जो इस बदलाव को समझने और बताने में पूरी तरह सक्षम है.