एक छोटी चूक...बड़ा नुकसान; PPF के टैक्स-फ्री ब्याज पर भी लग सकता है मोटा टैक्स, ऐसे बचें
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF को आमतौर पर पूरी तरह टैक्स-फ्री निवेश माना जाता है, लेकिन एक छोटी सी लापरवाही आपके इस फायदे को छीन सकती है.
नई दिल्ली: लंबी अवधि के सुरक्षित निवेश की बात हो तो PPF का नाम सबसे पहले लिया जाता है. यह सरकारी योजना न सिर्फ पूंजी की सुरक्षा देती है, बल्कि निवेश और ब्याज दोनों पर टैक्स से राहत भी प्रदान करती है. इसी वजह से रिटायरमेंट प्लानिंग करने वाले निवेशकों के बीच PPF बेहद लोकप्रिय है. लेकिन अक्सर निवेशक यह मान लेते हैं कि इसमें कोई जोखिम नहीं है और यहीं से परेशानी की शुरुआत होती है.
दरअसल, कुछ बुनियादी नियमों की अनदेखी PPF खाते को नुकसान की स्थिति में ला सकती है. खासतौर पर न्यूनतम सालाना निवेश न करना एक ऐसी गलती है, जो खाते को इनएक्टिव बना देती है. इसके बाद मिलने वाला टैक्स-फ्री रिटर्न भी सवालों के घेरे में आ जाता है. यानी जो स्कीम टैक्स बचाने के लिए जानी जाती है, वही टैक्स देने की वजह बन सकती है.
PPF क्या है?
PPF एक सरकारी गारंटी वाली योजना है, जिसमें निवेश पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी राशि पूरी तरह टैक्स फ्री होती है. इसे EEE कैटेगरी में रखा गया है, जहां निवेश, ब्याज और रिटर्न तीनों पर टैक्स नहीं लगता. यही कारण है कि इसे सबसे भरोसेमंद टैक्स सेविंग विकल्प माना जाता है, लेकिन यह सुविधा कुछ शर्तों के साथ जुड़ी होती है.
सबसे बड़ी गलती
सबसे बड़ी गलती तब होती है, जब निवेशक सालभर में न्यूनतम निवेश नहीं कर पाते. यदि किसी वित्त वर्ष में खाते में कम से कम 500 रुपये जमा नहीं किए गए, तो PPF खाता इनएक्टिव हो जाता है. इनएक्टिव खाते पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री नहीं रहता, जिससे निवेश का मुख्य फायदा खत्म हो जाता है.
बड़ी परेशानी
इनएक्टिव PPF खाते का असर सिर्फ ब्याज तक सीमित नहीं रहता. ऐसे खाते पर लोन लेने की सुविधा समाप्त हो जाती है और आंशिक निकासी का विकल्प भी बंद हो जाता है. जरूरत के समय अपने ही जमा पैसे का उपयोग न कर पाना निवेशक के लिए बड़ी परेशानी बन सकता है.
पेनल्टी के बारे में भी जानें
अगर खाता लंबे समय तक इनएक्टिव रहता है, तो उसे दोबारा सक्रिय करने के लिए जुर्माना भी देना पड़ता है. इसमें प्रति वर्ष 50 रुपये की पेनल्टी और हर साल के लिए 500 रुपये का बकाया निवेश शामिल होता है. इससे निवेशक पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ता है.
आसान तरीका
इस स्थिति से बचने का सबसे आसान तरीका है हर साल न्यूनतम निवेश करना. केवल 500 रुपये सालाना जमा करके भी PPF खाते को एक्टिव रखा जा सकता है. थोड़ी सी सावधानी आपके टैक्स-फ्री ब्याज, लोन सुविधा और सुरक्षित रिटायरमेंट प्लानिंग को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकती है.