Android Keyboard Apps: स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां Xiaomi, Vivo और Oppo के यूजर्स पर बड़ी मुश्किल आन पड़ी है. दरअसल, कीबोर्ड ऐप का डाटा हैकर्स द्वारा लीक किया जा सकता है. सिटीजन लैब ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसके अनुसार, उन कीबोर्ड ऐप्स में समस्याओं का पता लगाया है जिनका इस्तेमाल सैमसंग और हुआवेई जैसे लोकप्रिय ब्रांडों द्वारा भी किया जाता है. इसी तरह की दिक्कत Xiaomi, Vivo और Oppo के फोन्स में भी आ रही है.
फोन्स में जो कीबोर्ड ऐप होती है वो अरबों यूजर्स का डाटा हैक कर रही है. इन ऐप्स के चलते बड़े पैमाने पर सिक्योरिटी रिस्क का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि इन तीनों कंपनियों के फोन्स की कीबोर्ड ऐप्स पर बड़ा खतरा है. इस कीबोर्ड के जरिए लोग जो भी लिख रहे हैं वो सभी कुछ ट्रैक किया जा रहा है.
अगर किसी को ऑनलाइन पैसे भेजने हैं तो आपको पेमेंट ऐप खोलनी होगी. फिर उसमें आईडी पासवर्ड डालना होगा. यूपीआई है तो पिन डालना होगा. ये सभी काम तो कीबोर्ड से ही होते हैं. ऐसे में जब भी आप किसी ऐसा करेंगे तो ये कीस्ट्रोक्स रजिस्टर्ड हो जाएंगे. लेकिन ये कहीं भी सेव नहीं होते हैं. हालांकि, सिक्योरिटी को लेकर इन ऐप्स पर काफी रिस्क है तो इन कीस्ट्रोक्स की जानकारी भी हैक की जा सकती है.
इन कीबोर्ड ऐप्स में होता है सिक्योरिटी रिस्क:
Tencent QQ Pinyin
Baidu IME
iFlytek IME
Samsung कीबोर्ड
Xiaomi phones का Baidu, iFlytek और Sogou कीबोर्ड
Oppo का Baidu और Sogou
Vivo का Sogou IME
Honor का Baidu IME
सिटीजन लैब ने लोगों से कहा है कि अगर वो इस तरह के सिक्योरिटी रिस्क से बचना चाहते हैं तो उन्हें कीबोर्ड ऐप को अपडेट रखना होगा. कंपनियों इसके लिए अपडेट दे रही हैं जिसमें बग को फिक्स करने की क्षमता है. यह उन लोगों के लिए जरूरी है जो कीबोर्ड ऐप्स का इस्तेमाल कर ज्यादातर आपके कीस्ट्रोक डाटा को डिवाइस पर सेव रखते हैं.