Pithoragarh landslide: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला इलाके में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है. यहां लैंडस्लाइड के चलते एनएचपीसी की टनल का मुहाना अचानक बंद हो गया है. जिसमे 19 लोग फंस गए थे. सभी लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है.
घटना के बाद पिथौरागढ़ की पुलिस अधीक्षक (एसपी) रेखा यादव ने मीडिया को बताया था कि 'मज़दूर अंदर फंसे हुए हैं. बड़े-बड़े पत्थरों ने सुरंग का मुंह बंद कर दिया है. मलबा हटाने के प्रयास जारी हैं. बचाव अभियान के लिए जेसीबी मशीनें मौके पर भेजी गई हैं.' उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि फंसे हुए कर्मचारी प्रशासन और कंपनी के अधिकारियों के निरंतर संपर्क में हैं. उनके पास पर्याप्त भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध है, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है. अब अंदर फंसे सभी लोगों का रेस्क्यु कर लिया गया है.
धारचूला: NHPC के पावरहाउस की टनल के मुहाने पर भारी भूस्खलन
— Ramesh Bhatt (@Rameshbhimtal) August 31, 2025
धौलीगंगा- ऐलागाड़ पर है NHPC का पावर प्रोजेक्ट
NHPC के 19 कर्मचारी फंसे थे, 8 को सकुशल बचाया गया, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी#Landslide #Pithoragarh #Uttarakhand pic.twitter.com/0UwNnFUZqW
प्रशासन और मशीनों का तैनाती
धारचूला के उप जिला मजिस्ट्रेट जितेंद्र वर्मा ने पीटीआई को बताया कि मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि शाम तक रास्ता साफ कर लिया जाए." हालांकि, लगातार मलबा गिरने की वजह से बचाव कार्य में बाधा आ रही है. फिर भी, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की मदद से मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है.
पिथौरागढ़ जनपद में एनएचपीसी पॉवर हाउस की टनल पर हुए भूस्खलन के बाद किए गए राहत और बचाव कार्य की जिलाधिकारी श्री विनोद गोस्वामी ने दी जानकारी।#Pithoragarh #NHPCPithoragarh#Uttarakhand pic.twitter.com/0q6PmNp0da
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 31, 2025
नौतियों के बीच उम्मीद
लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण क्षेत्र में स्थिति कठिन बनी हुई थी. फिर भी, स्थानीय प्रशासन और एनएचपीसी के अधिकारी कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर आशान्वित थे. बचाव दल के लगातार काम करने से कर्मचारियों को रेस्क्यु कर लिया गया है