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वीकेंड पर मसूरी में उमड़ा जनसैलाब, जाम से बेहाल हुए लोग, देहरादून से मसूरी पहुंचने में लग गए तीन घंटे

उत्तराखंड का लोकप्रिय हिल स्टेशन मसूरी इन दिनों भारी ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहा है. देहरादून से मसूरी की सामान्य एक घंटे की यात्रा अब पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए तीन घंटे की थकान भरी यात्रा में बदल रही है.

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Edited By: Garima Singh
 Dehradun-Mussoorie highway
Courtesy: x

Mussoorie Traffic: उत्तराखंड का लोकप्रिय हिल स्टेशन मसूरी इन दिनों भारी ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहा है. देहरादून से मसूरी की सामान्य एक घंटे की यात्रा अब पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए तीन घंटे की थकान भरी यात्रा में बदल रही है. संकरी सड़कें, सीमित पार्किंग सुविधाएं और बढ़ती पर्यटक भीड़ इस समस्या को और गंभीर बना रही हैं. मसूरी के प्रमुख इलाकों जैसे गांधी चौक, मोतीलाल नेहरू रोड, पिक्चर पैलेस, और किंगक्रेग से जीरो पॉइंट तक सड़कों पर भारी भीड़भाड़ देखी जा रही है.

लाइब्रेरी चौक, जो मॉल रोड, केम्प्टी फॉल्स, कंपनी गार्डन, और लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) की ओर जाने वाला केंद्रीय जंक्शन है, ट्रैफिक जाम का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है. मसूरी पुलिस थाने के प्रभारी संतोष कुंवर ने बताया, "वीकेंड  में 6,000 से 7,000 से अधिक पर्यटक वाहन आते हैं और सीमित पार्किंग सुविधाओं के साथ इतनी बड़ी संख्या का प्रबंधन करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन जाता है, जिससे हमें यातायात को सुव्यवस्थित करने के लिए वन-वे योजना शुरू करने जैसे 'अनूठे' उपाय अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ता है.''

प्रशासन के प्रयास और समाधान

ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं. भारी वाहनों जैसे टेम्पो ट्रैवलर और बड़ी बसों को कोथल गेट से मसूरी में प्रवेश करने से रोका जा रहा है. इसके अलावा, केम्प्टी फॉल्स की ओर जाने वाले वाहनों को गज्जी बेंड से जीरो पॉइंट की ओर डायवर्ट किया जा रहा है. हाथीपांव और किंगक्रेग में सैटेलाइट पार्किंग की सुविधा शुरू की गई है, जहां 900 से अधिक वाहनों के लिए पार्किंग यार्ड बनाया गया है. इंस्पेक्टर कुंवर ने कहा, "मौके पर तैनात पुलिस की टीमें पर्यटकों को लाइब्रेरी चौक और पिक्चर पैलेस बस और टैक्सी स्टैंड तक शटल सेवा का इस्तेमाल करने के लिए निर्देशित करती हैं और उन्हें अपने वाहन मॉल रोड पर लाने से बचने के लिए प्रोत्साहित करती है.'' 

रोपवे और सुरंग परियोजना

मसूरी नगर निगम बोर्ड की अध्यक्ष मीरा सकलानी ने बताया कि देहरादून-मसूरी रोपवे और मसूरी सुरंग परियोजनाएं दीर्घकालिक राहत प्रदान करेंगी. "देहरादून में एक टर्मिनल और मसूरी में दूसरा टर्मिनल होने से भीड़भाड़ कम करने में मदद मिलेगी क्योंकि पर्यटक देहरादून में अपने वाहन पार्क करेंगे और अत्याधुनिक रोपवे का उपयोग करके मसूरी आएंगे.' 700 करोड़ रुपये की लागत वाली मसूरी सुरंग परियोजना के तहत 2.74 किलोमीटर लंबी दो लेन वाली सुरंग बनाई जाएगी, जो मॉल रोड और LBSNAA जैसे मुख्य क्षेत्रों में ट्रैफिक को बायपास करेगी.