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Dehradun Floods: छुट्टियां बनीं आफत! मसूरी घूमने आए 3,000 से ज्यादा सैलानी आपदा में फंसे, देखें हालात

Dehradun Floods: देहरादून में आई भीषण जल त्रासदी ने मसूरी को भी अपनी चपेट में ले लिया है. भारी बारिश और भूस्खलन से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 16 लोग लापता हैं. मसूरी में करीब तीन हजार से ज्यादा सैलानी फंसे हुए हैं. पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य चला रहा है.

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Babli Rautela

Dehradun Floods: देहरादून में हुई भीषण जल त्रासदी ने पूरे उत्तराखंड को दहला दिया है. भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आ गए और कई जगह लैंडस्लाइड ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. अब तक इस आपदा में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 लोग अभी भी लापता हैं. विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मसूरी भी इस प्राकृतिक आपदा से अछूता नहीं रहा, जहां तीन हजार से ज्यादा सैलानी फंसे हुए हैं.

भारी बारिश के बाद देहरादून जिले के विकासनगर क्षेत्र में हालात सबसे ज्यादा गंभीर बने. सभावाला में आसन नदी को ट्रैक्टर-ट्रॉली से पार करने की कोशिश कर रहे 14 मजदूर तेज बहाव में बह गए हैं. इनमें से सात मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि बाकी की तलाश जारी है. वहीं, आसपास के कस्बों में भी छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें एक रेस्तरां संचालक भी शामिल है.

मसूरी में फंसे हजारों सैलानी

लैंडस्लाइड का सबसे ज्यादा असर मसूरी-देहरादून मार्ग पर पड़ा. सोमवार देर रात पानी बैंड क्षेत्र में भारी लैंडस्लाइड हुआ, जिसके चलते सैकड़ों लोग और वाहन वहीं फंस गए. कई पर्यटकों ने पूरी रात अपने वाहनों में ही बिताई. सुबह होने पर लोग पैदल ही आगे बढ़े. मसूरी में अभी भी तीन हजार से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं. मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा, 'मसूरी में तीन हजार से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं. हम प्रशासन के संपर्क में हैं और सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है.'

पैदल सफर और राहत की कोशिशें

सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने बड़े वाहनों को रोक दिया है. ऐसे में पर्यटकों को ग्लोगी धार से शिव मंदिर तक करीब छह किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है. यहां से छोटी गाड़ियों और स्थानीय सेवाओं की मदद से यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है. दिनभर में लगभग 400 से 500 पर्यटक पैदल सफर कर आगे बढ़े. दिल्ली से मसूरी घूमने आए पर्यटक राघव ने कहा, 'हम दो दिन पहले मसूरी आए थे. लैंडस्लाइड और मार्ग बंद होने से हम यहां फंस गए हैं. स्थिति कठिन है, लेकिन प्रशासन मदद कर रहा है.'