Government Job Fraud: नोएडा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहहां फेस-1 थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बेरोजगार युवाओं और फेल हो चुके छात्रों को नकली मार्कशीट बनाकर बेच रहा था. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो लंबे समय से यह गोरखधंधा चला रहे थे. इस गिरोह का टारगेट ऐसे लोग थे जो या तो परीक्षा में पास नहीं हो पाए थे या फिर सरकारी नौकरी की उम्र सीमा पार कर चुके थे.
ऐसे लोगों को ये आरोपी नकली मार्कशीट बनाकर देते थे, जिसमें ग्राहक की मर्जी के अनुसार अंक और उम्र दर्ज की जाती थी. ये मार्कशीट अलग-अलग यूनिवर्सिटी और बोर्ड के नाम पर बनाई जाती थी, ताकि असली लगें.
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी गूगल से यूनिवर्सिटी और बोर्ड की डिजाइन और फॉर्मेट डाउनलोड करते थे और उसमें ग्राहक की डिटेल डालकर मार्कशीट तैयार करते थे. बदले में ये ग्राहकों से 80 हजार रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक वसूलते थे. रकम ग्राहक की स्थिति और मजबूरी के अनुसार तय की जाती थी.
पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है और यह भी जांच कर रही है कि अब तक कितने फर्जी प्रमाण पत्र इस रैकेट के जरिए बनाए और बेचे जा चुके हैं.
1. 66 फर्जी मार्कशीट
2. 07 माइग्रेशन सर्टिफिकेट
3. 22 रिज्यूम
4. 14 प्लेन एग्जामिनेशन कापी
5. 09 डाटा शीट
6. 04 फर्जी मोहर
7. 01 इंकपैड़
8. 02 लैपटाप (एचपी कम्पनी)
9. 02 प्रिंटर (एचपी/एपसोन कम्पनी)
10. 01 फोन लैंण्डलाईन
11. 14 चैक बुक (अलग-अलग बैक की)
12. 05 कैश डिपोजिट स्लिप बुक
13. 01 पास बुक पीएनबी बैक
14. 08 रसीद बुक
15. 08 ए.टी.एम/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड
16. 07 मोबाईल फोन (अलग-अलग कम्पनी के)
17. 09 मोबाइल सिम कार्ड (अलग अलग कम्पनी के)