आज से वाराणसी में नई ट्रैफिक एडवाइजरी जारी, काशी विश्वनाथ मंदिर के आस-पास इन गाड़ियों पर लगा बैन

नए साल पर भीड़ को देखते हुए वाराणसी में 29 दिसंबर से 5 जनवरी तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा. मंदिर क्षेत्र और गोदौलिया में वाहन प्रतिबंधित होंगे. कई इलाकों में बड़े चारपहिया वाहनों पर रोक रहेगी.

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Princy Sharma

वाराणसी: नए साल के जश्न के दौरान वाराणसी में भारी भीड़ की उम्मीद को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने 29 दिसंबर से 5 जनवरी तक एक डिटेल ट्रैफिक डायवर्जन प्लान की घोषणा की है. इस कदम का मकसद मंदिरों और घाटों पर आने वाले टूरिस्ट और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को मैनेज करना है. अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर भीड़ और बढ़ती है, तो तुरंत और पाबंदियां लगाई जाएंगी.

ADCP ट्रैफिक अंशुमान मिश्रा के अनुसार, इस दौरान मंदिर इलाके और गोदौलिया जोन में गाड़ियों पर पूरी तरह से बैन रहेगा. अगर भीड़ नॉर्मल भी रहती है, तो भी बड़ी चार पहिया गाड़ियों को 5 जनवरी तक जैतगंज, लहुराबीर, मैदागिन, विश्वेश्वरगंज और गोलगड्डा जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने की इजाजत नहीं होगी. इन गाड़ियों को ब्रॉडवे तिराहा, अग्रवाल तिराहा, सोनारपुरा और गोदौलिया में भी जाने से रोका जाएगा.

ये रूट किए जाएंगे डायवर्ट 

अगर भीड़ और बढ़ती है, तो जैतगंज से लहुराबीर जाने वाली गाड़ियों को चौकाघाट या तेलियाबाग की ओर डायवर्ट किया जाएगा. गोलगड्डा से आने वाली गाड़ियों को राजघाट की ओर भेजा जाएगा. विश्वेश्वरगंज से गोलगड्डा और भेलूपुर से सोनारपुरा तक ट्रैफिक ब्लॉक कर दिया जाएगा और गाड़ियों को ब्रॉडवे होटल की ओर डायवर्ट किया जाएगा. इसी तरह, ब्रॉडवे होटल से अग्रवाल तिराहा जाने वाली गाड़ियों को इजाजत नहीं होगी और उन्हें रविंद्रपुरी की ओर मोड़ दिया जाएगा.

इन जगहों पर एंट्री बंद

पाबंदियों में बैंक ऑफ बड़ौदा तिराहा से अस्सी जाने वाली गाड़ियों पर बैन शामिल है, जिन्हें रविदास गेट की ओर डायवर्ट किया जाएगा. नगवां चौराहा से गाड़ियों को रविदास घाट या अस्सी घाट की ओर जाने की इजाजत नहीं होगी और इसके बजाय वे BHU ट्रॉमा सेंटर की ओर जाएंगी. पद्मश्री चौराहा से अस्सी तक एंट्री भी बंद रहेगी और गाड़ियों को रविंद्रपुरी की ओर डायवर्ट किया जाएगा.

‘मेक इन इंडिया’ पहल 

इस बीच, वाराणसी ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए एक स्मार्ट भविष्य की भी योजना बना रहा है. शहर की संकरी गलियां जल्द ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने वाले एक एडवांस्ड सिस्टम का हिस्सा बन जाएंगी. ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत, वाराणसी जैसे ऐतिहासिक और भीड़भाड़ वाले शहरों के लिए खास तौर पर एक AI-बेस्ड पैदल चलने वालों के लिए नेविगेशन और भीड़ इंटेलिजेंस ऐप डेवलप किया जा रहा है. 

क्या है 'बेटर-वे' ऐप?

नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने कहा कि यह प्रोजेक्ट टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के सस्टेनेबल सिटीज चैलेंज का हिस्सा है, जिसमें वाराणसी वेनिस और डेट्रॉइट जैसे ग्लोबल शहरों के साथ मुकाबला कर रहा है. 10 कंपनियों में से पांच को ट्रैफिक और भीड़भाड़ के समाधान पर काम करने के लिए चुना गया है.

वोजिक AI के CEO अरजीत विश्वास ने कहा कि नया 'बेटर-वे' ऐप रियल-टाइम डेटा का इस्तेमाल करके लोगों को कम भीड़ वाली गलियों, पैदल रास्तों और आस-पास के आकर्षणों तक पहुंचने में मदद करेगा. इस ऐप की अभी टेस्टिंग चल रही है और यह जल्द ही काशी के प्राचीन शहर में लोगों के आने-जाने के तरीके को बदल सकता है.