मौलाना शहाबुद्दीन रजवी की इमामों को चिट्ठी, बकरीद पर आतंकवाद के खिलाफ उठाएं आवाज
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अपने पत्र में लिखा कि आज मैंने हजारों ईदगाह इमामों और लाखों मस्जिद इमामों को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है. इस पत्र में मैंने अनुरोध किया है कि ईद-उल-अज़हा के दिन जब बड़ी संख्या में लोग नमाज के लिए इकट्ठा होते हैं, इमाम अपने संबोधन में कुछ महत्वपूर्ण संदेश शामिल करें.

बरेली में स्थित ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बकरीद (ईद-उल-अज़हा) से पहले एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. 6 मई 2025 को जुमे की नमाज से पहले उन्होंने देशभर के हजारों ईदगाहों और लाखों मस्जिदों के इमामों को एक पत्र लिखा. इस पत्र में मौलाना रजवी ने इमामों से अपील की है कि वे बकरीद के मौके पर अपने संबोधन में कुछ अहम मुद्दों को शामिल करें विशेष रूप से पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की कड़ी निंदा करें. य
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अपने पत्र में लिखा कि आज मैंने हजारों ईदगाह इमामों और लाखों मस्जिद इमामों को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है. इस पत्र में मैंने अनुरोध किया है कि ईद-उल-अज़हा के दिन जब बड़ी संख्या में लोग नमाज के लिए इकट्ठा होते हैं, इमाम अपने संबोधन में कुछ महत्वपूर्ण संदेश शामिल करें. उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि इमामों को अपने तकरीर में पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकी गतिविधियों की निंदा करनी चाहिए.
रजवी ने यह भी कहा कि इमामों को अपनी तकरीर में कट्टरपंथी विचारधारा के खिलाफ लोगों को जागरूक करना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवादी संगठन इस्लाम के नाम पर गलत प्रचार करते हैं, जो धर्म की छवि को बदनाम करता है. मौलाना ने इमामों से अपील की कि वे अपने संबोधन में इस्लाम के सच्चे संदेश शांति, प्रेम और मानवता को लोगों तक पहुंचाएं.
यह पहली बार नहीं है जब मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है. इससे पहले अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की उन्होंने कड़ी निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि इस तरह के कायराना हमले इस्लाम की शिक्षाओं के खिलाफ हैं और इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ साफ दिखाई देता है.



