ताजमहल की चौखट पर उफनता यमुना का पानी, स्मारक की दीवारों तक पहुंचा बाढ़ का पानी; देखें VIDEO

आगरा में यमुना (Flood Alert) एक बार फिर उफान पर है. यमुना का पानी ताजमहल की बाउंड्री तक पहुंच गया है. ऐसे में प्रशासन का कहना है कि यदि जलस्तर 206 मीटर को पार करता है, तो क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है, जिसके लिए निकासी की तैयारियां शुरू की गई हैं.

X
Mayank Tiwari

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में यमुना नदी का जलस्तर अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ गया है, जो अब विश्व प्रसिद्ध ताजमहल की दीवारों तक पहुंच चुका है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में नदी का उफनता पानी इस ऐतिहासिक स्मारक के करीब दिखाई दे रहा है, जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर काफी आकर्षित किया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यमुना का बढ़ता जलस्तर न केवल ताजमहल के आसपास के घाटों और बुनियादी ढांचे को प्रभावित कर रहा है, बल्कि नदी किनारे बसे घरों में भी पानी घुसने लगा है. स्थानीय इतिहासकार राज किशोर राजे ने कहा,'' यह स्थिति चिंताजनक है, लेकिन ताजमहल को ऐसी परिस्थितियों का सामना करने के लिए बनाया गया है.” 

बाढ़ के क्या हैं कारण और प्रभाव!

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में निचले हिमालयी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ा है. जिला प्रशासन ने पुष्टि की कि नदी का जलस्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर चुका है. दशहरा घाट और यमुना कॉरिडोर के पास नदी किनारे के कई हिस्से जलमग्न हो चुके हैं, जिससे सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है.

2023 में भी यमुना का जलस्तर इसी स्तर तक पहुंचा था, लेकिन ताजमहल को कोई नुकसान नहीं हुआ था. राजे ने आश्वासन दिया कि ताजमहल का स्ट्रक्चर काफी मजबूत है और इसे प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है.

प्रशासन ने शुरु की तैयारियां

आगरा जिला प्रशासन ने बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए एक कंट्रोल रूम को स्थापित किया है और हालात पर लगातार नजर नजर रखी जा रही है. यदि जलस्तर 206 मीटर को पार करता है, तो क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है, जिसके लिए निकासी की तैयारियां शुरू की गई हैं.