गाजियाबाद में ब्रांडेड बोतल में सस्ती शराब भरकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, करोड़ों के गोरखधंधे का हुआ खुलासा
गाजियाबाद में आबकारी विभाग ने महंगी विदेशी ब्रांड की शराब के नाम पर चल रहे बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. गिरोह सस्ती तस्करी वाली शराब को विदेशी ब्रांड की खाली बोतलों में भरकर बेच रहा था.
गाजियाबाद: अगर आप महंगी विदेशी शराब के शौकीन हैं, तो गाजियाबाद की यह खबर आपको झकझोर देगी. आबकारी विभाग ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो विदेशी ब्रांड की शराब के नाम पर नकली शराब बेच रहा था.
हैरानी की बात यह है कि यह पूरा धंधा आबकारी विभाग की लाइसेंसशुदा मॉडल शॉप से ही चल रहा था. गिरोह सस्ती शराब को महंगी विदेशी ब्रांड की बोतलों में भरकर असली बताकर बेचता था और मोटा मुनाफा कमाता था.
सस्ती चंडीगढ़ वाली शराब, महंगे ब्रांड की पैकिंग
यह मामला थाना कविनगर क्षेत्र का है, जहां आबकारी विभाग की टीम ने छापा मारकर एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है. कार्रवाई में प्रदीप शर्मा नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिसने बताया कि वह चंडीगढ़ से सस्ती ‘999 पावर स्टार’ शराब तस्करी करके लाता था.
इसके बाद उसी शराब को महंगे विदेशी ब्रांड की खाली बोतलों में भरकर नकली ढक्कन लगाकर असली शराब की तरह बेचता था. प्रदीप ने कबूल किया कि उसे नकली ढक्कनों की सप्लाई दिलावर सैनी नामक व्यक्ति से मिलती थी.
मॉडल शॉप से चल रहा था गोरखधंधा
आबकारी विभाग ने प्रदीप की निशानदेही पर शास्त्री नगर के रजापुर मॉडल शॉप पर छापा मारा. जांच में खुलासा हुआ कि इसी लाइसेंसशुदा दुकान से नकली विदेशी शराब की बिक्री हो रही थी. इस दौरान तीन कर्मचारी- कुलदीप, भानु प्रताप सिंह और नवी हुसैन, मौके पर ही पकड़े गए. छापेमारी में 75 महंगी ब्रांड की नकली बोतलें बरामद हुईं.
गिरफ्तार आरोपी और गहराती जांच
आबकारी विभाग ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम और कॉपीराइट अधिनियम की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है. विभाग ने बताया कि मॉडल शॉप की अनुज्ञापिनी पल्लवी राय के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. दिलावर सैनी, जो नकली ढक्कन सप्लाई करता था, पहले भी अवैध शराब कारोबार के मामलों में जेल जा चुका है.
कड़ी कार्रवाई के संकेत
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, यह कोई सामान्य मामला नहीं बल्कि संगठित अपराध से जुड़ा नेटवर्क है. दिलावर सैनी के खिलाफ संगठित अपराध की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. आबकारी आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे मामलों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए. इस कार्रवाई के बाद गाजियाबाद और आसपास के शराब व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
आबकारी विभाग की सख्त नीति
इस मामले के बाद आबकारी विभाग ने सभी लाइसेंसशुदा दुकानों पर आकस्मिक जांच शुरू कर दी है. विभाग का कहना है कि अगर किसी भी शॉप में मिलावट या अवैध शराब पाई गई तो उसका लाइसेंस तुरंत रद्द किया जाएगा. अधिकारियों ने लोगों से भी अपील की है कि वे किसी संदिग्ध शराब की जानकारी तुरंत विभाग को दें.