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'डॉक्टर डेथ' लोगों को मारकर मगरमच्छों को खिलाता था, किडनी रैकेट का सरगना, खौफनाक कहानी जानकर कांप जाएगी रूह

देवेंद्र शर्मा की अपराध की कहानी किसी डरावनी फिल्म से कम नहीं है. पुलिस पूछताछ में उसने 50 से अधिक हत्याओं की बात कबूल की है. उसका तरीका बेहद क्रूर था वह टैक्सी चालकों को निशाना बनाता, उनकी हत्या करता और फिर लाशों को मगरमच्छों के हवाले कर देता.

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Gyanendra Sharma

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है, जिसके नाम से अपराध की दुनिया में दहशत फैलती है. 67 वर्षीय देवेंद्र शर्मा, जिसे ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से जाना जाता है, न केवल 50 से अधिक टैक्सी चालकों की हत्या का दोषी है, बल्कि वह अवैध किडनी रैकेट का भी मास्टरमाइंड रहा है. यह खूंखार अपराधी पेरोल पर फरार होने के बाद राजस्थान के दौसा में एक आश्रम में पुजारी बनकर छिपा हुआ था, लेकिन आखिरकार कानून के शिकंजे में आ गया.

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला देवेंद्र शर्मा एक आयुर्वेदिक डॉक्टर था, लेकिन उसने अपनी इस पहचान को अपराध की दुनिया में खौफ का पर्याय बना दिया. पुलिस के अनुसार, शर्मा पर दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 50 से ज्यादा टैक्सी चालकों की हत्या का आरोप है. उसने इन हत्याओं को इतनी बेरहमी से अंजाम दिया कि लाशों को ठिकाने लगाने के लिए वह उन्हें मगरमच्छों को खिलाता था. इसके अलावा, वह 1994 से 2004 के बीच 125 से अधिक अवैध किडनी प्रत्यारोपण में शामिल रहा, जिसने उसके अपराधी नेटवर्क की गहराई को उजागर किया.

संगीन अपराधों के 27 मामले दर्ज

शर्मा के खिलाफ हत्या, अपहरण, लूट और अन्य संगीन अपराधों के 27 मामले दर्ज हैं. दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की अदालतों ने उसे सात अलग-अलग मामलों में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जबकि गुड़गांव की एक अदालत ने टैक्सी चालक की हत्या के एक मामले में उसे मौत की सजा दी थी. इसके बावजूद, वह 2020 में पेरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गया और राजस्थान के दौसा में एक आश्रम में पुजारी की आड़ में छिपकर रह रहा था.

क्रूरता की हदें पार

देवेंद्र शर्मा की अपराध की कहानी किसी डरावनी फिल्म से कम नहीं है. पुलिस पूछताछ में उसने 50 से अधिक हत्याओं की बात कबूल की है. उसका तरीका बेहद क्रूर था वह टैक्सी चालकों को निशाना बनाता, उनकी हत्या करता और फिर लाशों को मगरमच्छों के हवाले कर देता ताकि कोई सबूत न बचे. इसके साथ ही, वह एक बड़े किडनी रैकेट का हिस्सा था, जिसमें गरीब और कमजोर लोगों को निशाना बनाकर उनकी किडनियां अवैध रूप से निकाली जाती थीं. इस रैकेट में डॉक्टरों, दलालों और आपराधिक गिरोहों का एक जाल शामिल था. 

पुलिस की कार्रवाई और जांच

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को गुप्त सूचना मिली थी कि फरार अपराधी देवेंद्र शर्मा दौसा के एक आश्रम में पुजारी बनकर छिपा हुआ है. इसके बाद पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाकर उसे धर दबोचा. वर्तमान में पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है ताकि उसके अपराधी नेटवर्क और सहयोगियों का पता लगाया जा सके.