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अयोध्या में 'मानव तस्करी' का खुलासा; गाय-भैंस की तरह बस में भरकर नौनिहालों को कहां ले जा रहे थे?

Ayodhya News: अयोध्या में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. चाइल्ड वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन ने एक बस से एक या दो नहीं बल्कि 93 बच्चों का रेस्क्यू किया है. पूरे मामले से मानव तस्करी की बू आ रही है, क्योंकि बच्चों को ले जा रहे मौलाना ने कहा कि हम इन्हें मदरसा ले जा रहे हैं, लेकिन जब बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें कुछ नहीं पता कि कहां ले जाया जा रहा है.

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Ayodhya News: अयोध्या में मानव तस्करी की आशंका के बाद एक बस से 93 बच्चों का रेस्क्यू किया गया है. मानव तस्करी की आशंका इसलिए क्योंकि इन बच्चों को जो शख्स बस में भरकर ले जा रहा था, उसका दावा है कि इन्हें मदरसा ले जाया जा रहा था. इसके उलट, बच्चों का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं है कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है. बच्चों के मुताबिक, वे बिहार के अररिया के रहने वाले हैं.

दावा किया जा रहा है कि बच्चों को अररिया से उत्तर प्रदेश के देवबंद लाया जा रहा था. लेकिन बच्चों से पूछताछ और उनके जवाब के बाद ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शक जताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, अयोध्या पुलिस बस ड्राइवर समेत बच्चों के साथ मौजूद मौलवी से पूछताछ कर रही है. बस में बच्चों को ले जाने की सूचना इंटेलिजेंस ने अयोध्या पुलिस को दी थी.

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी का क्या है दावा?

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) का दावा है कि पूरे मामले में साजिश नजर आ रही है. बस में कुछ बच्चे ऐसे भी हैं, जिनके माता-पिता नहीं है. ऐसे में उन्हें किसके फैसले से अररिया से लाया जा रहा था, ये बड़ा सवाल है. इनमें अधिकतर बच्चे गरीब परिवार के हैं. बच्चों से जब जानकारी जुटाने की कोशिश की गई, तो इन्होंने अपना पता कुछ और बताया, जबकि इनके पास से जो आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र मिले हैं, उनमें एड्रेस कुछ और ही है. फिलहाल, पूरे मामले की जांच पड़ताल जारी है. साथ ही बच्चों की काउंसिलिंग भी की जा रही है. जानकारी लेने के दौरान बच्चों ने कहा कि मौलवी साहब हमारे घर गए थे. उनके और हमारे परिजन के बीच बातचीत हुई, फिर हमें भेज दिया गया. अब हमें कहां ले जाया जा रहा है, ये हमें नहीं पता. 

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष क्या बोले?

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष के मुताबिक, हमें जानकारी मिली थी कि एक बस में बच्चों को भरकर बिहार के अररिया से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ले जाया जा रहा है. हमने बस को रोका, पूछताछ की लेकिन जब जवाबों से संतुष्टि नहीं हुई, तो बच्चों का रेस्क्यू करा लिया गया. फिलहाल, पुलिस और आयोग अपनी कार्रवाई में जुटा हुआ है. फिलहाल, मासूमों को शेल्टर होम में रखा गया है. उनके परिजन से संपर्क किया जा रहा है. परिजन के जवाब पर ही कुछ तय हो पाएगा कि आखिर माजरा क्या है.

बच्चों के बारे में देवबंद के मदरसे से क्या जानकारी मिली?

बच्चों के रेस्क्यू के बाद उन्हें सहारनपुर के देवबंद स्थित दो अलग-अलग मदरसों में ले जाए जाने की जानकारी मिली. इन दोनों मदरसों में से एक के संचालक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कुछ बच्चे हमारे पास पहले पढ़ते थे. फिलहाल, वे हमारे मदरसे के ही छात्र हैं. बच्चों के परिजन ने जानकारी दी थी कि कोई आदमी आएगा और इन्हें मदरसा छोड़ जाएगा. हालांकि, संचालक ने इसकी पुष्टि की है, लेकिन बच्चों ने जो जानकारियां दी हैं, वो संदेहास्पद लग रहा है. फिलहाल, जांच पड़ताल जारी है.