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SIR पर अखिलेश यादव ने लिया यू-टर्न! विरोध और हंगामा करते-करते कैसे बन गए सपोर्टर?

SIR का विरोध करते-करते अब अखिलेश यादव के सुर बदल गए हैं. एक समय में इसको लेकर बिहार तक में अभियान छेड़ने वाले अखिलेश यादव अब SIR  के विरोधी कम और सपोर्टर ज्यादा नजर आ रहे हैं. आखिर क्या है इस बदले रूख की वजह?

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Edited By: Kanhaiya Kumar Jha
akhilesh yadav India Daily
Courtesy: Social Media

लखनऊ: SIR को लेकर जो हंगामा बिहार विधानसभा चुनाव के समय देखने को मिला था, वैसा अब कुछ नजर नहीं आता. वजह चाहे जो भी हो, लेकिन अब इस मुद्दे को विपक्ष ने भी ज्यादा तूल देना बंद कर दिया है. संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा तो चाहता है, लेकिन वो अक्खड़ रूख नजर नहीं आता, जो पहले देखने को मिलता था. यही कारण है कि सरकार आराम से वंदे मातरम् पर चर्चा करा रही है.

संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा था कि अगर एसआईआर पर चर्चा नहीं हुई तो संसद चलने नहीं देंगे, लेकिन अखिलेश यादव के हाव-भाव से ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा कि SIR के मुद्दे पर वो उग्र रूख अख्तियार करनेवाले हैं.

एसआईआर का विरोध करने अखिलेश यादव बिहार तक पहुंच गए थे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव के साथ मिलकर उन्होंने बिहार वोटर अधिकार यात्रा में इसको लेकर विरोध भी जताया था. लेकिन, वही अखिलेश यादव अब सभी लोगों से एसआईआर कराने की अपील कर रहे हैं और समाजवाजी पार्टी के नेताओं को हिदायत भी दे रहे हैं.

SIR पर समाजवादी पार्टी का यू-टर्न

SIR पर भी समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव का रुख भी कुछ वैसा ही है, जैसा कोविड वैक्सीन को लेकर था. आपको याद होगा कि अखिलेश यादव ने शुरू में कोविड वैक्सीन का भी विरोध किया था. शुरुआत में SIR का विरोध करनेवाले अखिलेश अब कार्यकर्ताओं से हर बूथ और ब्लॉक में जाकर काम करने को कह रहे हैं. कहते हैं, वोटों को बचाने के लिए जो भी जतन करना पड़े, किया जाए. फार्म भरने के लिए भी ट्रेनिंग भी दी जा रही है. जिला स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठकें हो रही हैं

खबर है कि सपा सुप्रीमो ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में टिकट के दावेदार नेताओं से एसआईआर के मामले लोगों के संपर्क में बने रहने को बोल दिया गया है. ग्राउंट लेवल पर काम करके रिपोर्ट भी तैयार करनी है, और ये रिपोर्ट ही उन नेताओं के टिकट की दावेदारी का आधार बनने जा रही है. 

विपक्षी दलों से की ये खास अपील

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सभी विपक्षी दलों के साथ साथ एनडीए के सहयोगी दलों से भी एकजुट होकर बीजेपी के महा-षड्यंत्र का पर्दाफाश करने की अपील की है. समाजवादी पार्टी में पीडीए प्रहरी बनाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. और, नेताओं से साफ साफ बोल दिया गया है कि वे गांव गांव जाकर समर्थकों को जागरुक करें, साथ ही फार्म भरने में मदद भी करें. किसी भी तरह की लापरवही न बरतने की हिदायत के साथ ही, साफ साफ बोल दिया गया है कि अगर किसी वजह से वोट कटा, तो संबंधित नेता का टिकट भी कट जाएगा.