UP International Trade Show 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रेटर नोएडा को दी बड़ी सौगात, यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का भव्य शुभारंभ
UP International Trade Show 2025: यूपीआईटीएस 2025 का मुख्य आकर्षण वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) पवेलियन होगा, जहां 343 स्टॉल्स पर भदोही के कालीन, फिरोजाबाद का ग्लासवर्क, मुरादाबाद की पीतल कला और सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी जैसी पारंपरिक शिल्पकृतियां प्रदर्शित होंगी.
UP International Trade Show 2025: उत्तर प्रदेश एक बार फिर दुनिया के सामने अपनी ताकत और संभावनाओं को प्रदर्शित करने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) का भव्य शुभारंभ कर दिया है. 25 से 29 सितंबर तक चलने वाले इस आयोजन में न केवल राज्य की औद्योगिक, कृषि और सांस्कृतिक उपलब्धियों का प्रदर्शन होगा, बल्कि यह मंच वैश्विक निवेशकों, उद्यमियों और शिल्पकारों के लिए नए अवसर भी खोलेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हो रहा यह तीसरा संस्करण यूपी की बढ़ती औद्योगिक शक्ति, तकनीकी प्रगति और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माना जा रहा है. इस बार 2,500 से अधिक प्रदर्शक, 500 विदेशी खरीदार और पांच लाख से ज्यादा आगंतुकों की भागीदारी का अनुमान है. खास बात यह है कि इस आयोजन में रूस साझेदार देश होगा और 26 सितंबर को होने वाला रूस-भारत बिजनेस डायलॉग दोनों देशों के बीच नए कारोबारी रिश्तों की दिशा तय करेगा.
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की भव्यता और खास आकर्षण
यूपीआईटीएस 2025 का मुख्य आकर्षण वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) पवेलियन होगा, जहां 343 स्टॉल्स पर भदोही के कालीन, फिरोजाबाद का ग्लासवर्क, मुरादाबाद की पीतल कला और सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी जैसी पारंपरिक शिल्पकृतियां प्रदर्शित होंगी. इससे स्थानीय शिल्पकारों को वैश्विक पहचान मिलने का अवसर मिलेगा.
तकनीक प्रेमियों के लिए आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का लाइव डेमो देगा. वहीं 'स्वाद उत्तर प्रदेश' थीम के तहत 25 स्टॉल्स पर मुरादाबादी दाल, बनारसी पान-लस्सी, पेठा, मथुरा का पेड़ा और खुर्जा की खुरचन जैसे पारंपरिक व्यंजन आगंतुकों का मन मोहेंगे.
शिक्षा, निवेश और संस्कृति का संगम
27 सितंबर को राज्य सरकार 27 नामी शैक्षणिक संस्थानों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेगी. इसके ज़रिए युवाओं को प्रोजेक्ट्स, वित्तीय सहयोग और इंडस्ट्री से जुड़ने के अवसर मिलेंगे. साथ ही स्टार्टअप्स, ई-कॉमर्स निर्यात, स्वास्थ्य और कौशल विकास पर ज्ञान-विमर्श सत्र होंगे.
सांस्कृतिक मंच पर भोजपुरी, अवधी, बुंदेली और थारू लोकधुनों के साथ सूफी संगीत और कथक नृत्य प्रस्तुत होंगे. निरहुआ, मालिनी अवस्थी और प्रतिभा सिंह बघेल जैसे कलाकार अपने प्रदर्शन से आयोजन को और भव्य बनाएंगे.
यह आयोजन योगी सरकार की उस सोच को मजबूत करता है, जिसमें उत्तर प्रदेश को “निवेश, नवाचार और संस्कृति का वैश्विक केंद्र” बनाने का लक्ष्य रखा गया है.