SMS Hospital Fire: राजस्थान में SMS अस्पताल में हुए अग्निकांड के बाद राजनीतिक घमासान, गहलोत-भजनलाल आमने-सामने
SMS Hospital Fire: जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS Hospital) के ट्रॉमा सेंटर में रविवार देर रात भीषण आग लगने से 8 गंभीर मरीजों की दर्दनाक मौत हुई है. हादसे के बाद पूरे राजस्थान में शोक की लहर दौड़ गई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अस्पताल का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
SMS Hospital Fire: जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह (SMS) के ट्रॉमा सेंटर में रविवार देर रात अचानक आग लगी थी. आईसीयू वार्ड में लगी इस आग ने कुछ ही मिनटों में भयावह रूप ले लिया. दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. हादसे में 8 गंभीर मरीजों की मौत हो गई, जबकि कई मरीजों को तुरंत दूसरे वार्डों में शिफ्ट किया गया. आग लगने के पीछे का कारण फिलहाल साफ नहीं है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शॉर्ट सर्किट इसकी वजह बताई जा रही है.
कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने इस त्रासदी पर गहरा शोक जताया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर लिखा, 'SMS अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के ICU में आग लगने से 7 लोगों की मृत्यु बहुत दुखद है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस हादसे में कम से कम जनहानि हो. प्रभु दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें.' उन्होंने आगे लिखा, 'राज्य सरकार इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाकर यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कहीं भी ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो सके.'
'राहत कार्य तुरंत शुरू करवाए गए'
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और तुरंत राहत कार्यों के निर्देश दिए. उन्होंने लिखा, 'जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों एवं अधिकारियों से जानकारी ली और त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.'
सीएम ने यह भी कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा. उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं. स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. प्रभु श्रीराम दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें.'
जांच की मांग तेज
घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि इतने बड़े अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम क्यों काम नहीं कर पाया. सूत्रों के अनुसार, अस्पताल के कई विभागों में लंबे समय से फायर अलार्म और स्प्रिंकलर सिस्टम निष्क्रिय पड़े थे. कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ आम जनता भी अब प्रशासन से जवाब मांग रही है कि ICU जैसे संवेदनशील हिस्से में आग लगने के बाद मरीजों को क्यों नहीं तुरंत सुरक्षित निकाला जा सका.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संकेत दिए हैं कि सरकार इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कराएगी. वहीं, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि हादसे की तकनीकी जांच रिपोर्ट जल्द पेश की जाएगी. राजस्थान सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों को फायर सेफ्टी ऑडिट तत्काल करने के आदेश देने की संभावना जताई है.
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