आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है और अब यह समस्या न्यायालय जैसे संवेदनशील स्थानों तक पहुंच चुकी है. शनिवार को गुब्बी कोर्ट परिसर में हुई घटना ने न केवल लोगों को दहशत में डाल दिया, बल्कि प्रशासन के इंतजामों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. इस घटना में एक महिला बुरी तरह घायल हो गई, जिसे तत्काल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाना पड़ा.
गुब्बी कोर्ट में शनिवार को हुई इस घटना ने वहां मौजूद सभी को हिला दिया. गंगुबाई, जो बीरसंद्रा गांव की रहने वाली हैं, कोर्ट में पारिवारिक विवाद के मामले के सिलसिले में आई थीं. जैसे ही वह वॉशरूम से बाहर निकलीं, अचानक एक आवारा कुत्ता उन पर झपटा और चेहरे पर कई बार काट लिया. मौके पर मौजूद लोगों ने जब उनकी चीखें सुनीं, तब जाकर उन्हें कुत्ते से छुड़ाया गया.
हमले में गंगुबाई का चेहरा बुरी तरह जख्मी हो गया और खून बहने लगा. घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने उन्हें सहारा दिया, लेकिन तब तक उनका चेहरा खून से लथपथ हो चुका था. स्थानीय लोग गुस्से में आ गए और कुत्ते को दौड़ाकर मार डाला. यह दृश्य कोर्ट परिसर में मौजूद हर व्यक्ति के लिए बेहद डरावना और झकझोर देने वाला था.
घटना के तुरंत बाद घायल महिला को गुब्बी तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां से उनकी हालत को देखते हुए उन्हें बेंगलुरु रेफर कर दिया गया, जहां उन्नत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है. पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और कोर्ट परिसर में सुरक्षा को लेकर नए सिरे से कदम उठाने की जरूरत बताई.
यह घटना अकेली नहीं है. इसी दिन होन्नाली तालुक के माविना कोटे और ससवेहल्लि गांवों में भी आवारा कुत्तों ने हमला कर चार बच्चों और एक बुजुर्ग को घायल कर दिया. लगातार हो रही इन घटनाओं ने लोगों में भय का माहौल बना दिया है. ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे पर तुरंत रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं.